India News (इंडिया न्यूज़), PM Modi’s Egypt Visit, नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन दिवसीय अमेरिकी दौरे के बाद 24 से 25 जून तक मिस्र दौरे पर रहेंगे। राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी उत्तरी अफ्रीकी देश की यात्रा कर रहे हैं। पीएम मोदी को मिस्र के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को राजकीय यात्रा के लिए उस समय आमंत्रित किया था जब जनवरी में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि आए थे।
दोनों पक्षों में इस दौरान सुरक्षा से लेकर व्यापार और निवेश तक के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने को लेकर सहमति की बनने की उम्मीद है। सत्ता में आने के बाद साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ये पहली मिस्र यात्रा होगी। वहीं किसी भारतीय नेता की 1997 के बाद यह पहली द्विपक्षीय यात्रा है। आइए अहम विंदुओं के जरिए पीएम के इस दौरे की अहमियत को समझते हैं।
द्विपक्षीय संबंधों के लिए गेम चेंजर है पीएम मोदी की यात्रा
- पीएम मोदी के मिस्र दौरे को द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक बड़े गेम चेंजर के तौर पर देखा जा रहा है। पीएम मोदी यहां पर 11वीं सदी की अल-हकीम मस्जिद का भी दौरा करेंगे। दाऊदी बोहरा समुदाय की सहायता से जिसे बहाल कर दिया गया था। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी मिस्र के लिए शहीद हुए भारतीय सैनिकों को अपने पहले विश्व युद्ध के दौरान श्रद्धांजलि देने हेलियोपोलिस युद्ध कब्रिस्तान भी पहुंचेगे।
- मिस्र के राष्ट्रपति की ओर से गठित उच्चस्तरीय मंत्रियों के एक समूह के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विचार-विमर्श करेंगे। भारत के साथ संबंधों को बेहतर बनाने के लिए इस समूह का गठन हुआ है। जिसके बाद राष्ट्रपति अल-सिसी और PM मोदी आमने-सामने बैठकर खास बातचीत करेंगे। साथ ही कई समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे।
- पीएम की यात्रा को लेकर मिस्र के राजदूत वेल मोहम्मद अवद हमीद ने कहा, “दोनों देशों की बैठक में सैन्य उपकरणों के सह-उत्पादन के साथ-साथ स्वेज नहर आर्थिक क्षेत्र के भीतर भारत के लिए एक समर्पित स्लॉट पर भी चर्चा होगी। इसके साथ ही पर्यटन और ग्रीन हाइड्रोजन में भारतीय निवेश की भी काफी आशंका है। खबर के अनुसार, दोनों गेशों के बीच इस दौरे के दौरान छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों, संस्कृति, कृषि, व्यापार संवर्धन और सूचना प्रौद्योगिकी पर 4 से 5 समझौते हो सकते हैं।
- राष्ट्रपति अल-सिसी इस साल जब जनवरी में भारत यात्रा पर आए थे। इस दौरान दोनों देशों के बीच संबंधों को रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाने पर सहमत हुए थे। प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे को लेकर यह कहा जाता है कि मिस्र और भारत अपने संबंधों के सभी पहलुओं को मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मिस्र यात्रा को लेकर पिछले हफ्ते विदेश मंत्रालय यानी कि MEA ने एक आधिकारिक बयान जारी किया था। विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा था, “भारत और मिस्र के बीच संबंध प्राचीन व्यापार और आर्थिक संबंधों के साथ-साथ सांस्कृतिक और लोगों के बीच गहरे संबंधों पर आधारित हैं।”
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