संबंधित खबरें
भीमराव अंबेडकर पर छिड़ा विवाद पर मोदी सरकार और कांग्रेस आमने सामने,इस्तीफ़े की कांग्रेस ने की मांग
क्या उद्धव छोड़ेंगे कांग्रेस का हाथ? देवेंद्र फडणवीस ने चली ऐसी चाल, मुंह ताकते रह गए राहुल गांधी
2016 में सुर्खियों में आया..फिर रची दिल्ली के तबाही की साजिश! जानें कौन है उमर खालिद
‘तुम कायर हो!’ अमित शाह की किस बात पर राज्यसभा में भड़क उठे मल्लिकार्जुन खड़गे? सुनकर माथा पीट लेंगे
दिल्ली दंगों में आरोपी उमर खालिद को कैसे मिली जमानत ? इतने दिन रहेंगे जेल से बाहर
'22,280 करोड़ रुपये की संपत्ति वापस लौटाई है', जाने विजय माल्या और नीरव मोदी पर ED की कार्यवाई पर क्या बोली वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण?
Police Officer Shot At By Terrorists In Srinagar: श्रीनगर के ईदगाह इलाके में आज आतंकियों ने एक पुलिस अधिकारी को गोली मार दी। पुलिस ने कहा कि उसे अस्पताल ले जाया गया है और हमलावरों को पकड़ने के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। इंस्पेक्टर मसरूर वानी शहर के ईदगाह मैदान में थे, तभी एक आतंकवादी ने उन पर गोली चला दी। हमले में पुलिस की पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया। लक्षित हमले के बाद सेना ने ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
कश्मीर जोन पुलिस ने कहा, “आतंकवादियों ने श्रीनगर के ईदगाह के पास इंस्पेक्टर मसरूर अहमद पर गोलीबारी की और उन्हें घायल कर दिया। उन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि इस आतंकी अपराध में पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया था। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है, मामला दर्ज किया गया है।”
समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया के अनुसार, अधिकारी ईदगाह मैदान पर स्थानीय लड़कों के साथ क्रिकेट खेल रहे थे, तभी उन्हें आतंकवादियों ने गोली मार दी। उन्होंने बताया कि उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
फरवरी 2021 में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौते के बाद इस सप्ताह की शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सबसे बड़े संघर्ष विराम उल्लंघन के कुछ ही दिनों बाद आया है। अरनिया सेक्टर में अकारण गोलीबारी और मोर्टार गोलाबारी में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक जवान घायल हो गया था। गुरुवार को सीमा. रिहायशी इलाकों में मोर्टार गोले गिरने के बाद दर्जनों ग्रामीण अपने घर छोड़कर भाग गए हैं।
बुधवार को श्रीनगर स्थित 15 कोर के मुख्यालय में जम्मू-कश्मीर के शीर्ष अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसियों की बैठक हुई।बैठक में कश्मीर में विदेशी आतंकवादियों की भूमिका बड़े चर्चा बिंदुओं में से एक थी।
आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि इस साल जम्मू-कश्मीर में मारे गए 46 आतंकवादियों में से 37 पाकिस्तानी थे और केवल नौ स्थानीय थे। केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवाद के 33 वर्षों में यह पहली बार है कि मारे गए विदेशी आतंकवादियों की संख्या स्थानीय आतंकवादियों की तुलना में चार गुना अधिक है। गृह मंत्रालय के मुताबिक, घाटी में इस समय करीब 130 आतंकवादी सक्रिय हैं, जिनमें से आधे विदेशी आतंकवादी हैं।
यह भी पढ़ेंः-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.