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इंडिय न्यूज:
अमेरिका, जोकि इस दुनिया के सबसे बड़े देशों में से एक है। 22 वर्षों से हर साल आ रही अमेरिकन लंग एसोसिएशन की हालिया रिपोर्ट बता रही है कि अमेरिकावासी इस बार सबसे ज्यादा प्रदूषित हवा की चपेट में हैं। (Polluted Air Havoc In America) करीब 13 करोड़ 70 लाख लोगों पर इसका प्रभाव पड़ रहा है, जोकि पूरी आबादी का करीब 40 फीसदी है।
रिपोर्ट से पता चला है कि प्रतिवर्ष से अधिक अमेरिका वासी इस साल खराब हवा की चपेट में आ रहे हैं। लगभग 63 फीसदी से अधिक लोग हवा में घुले जानलेवा पार्टिकुलेट मैटर प्रदूषण के साथ रहने को मजबूर हो रहे हैं। वहीं पिछले साल के मुकाबले प्रभावित लोगों की संख्या करीब 90 लाख ज्यादा हैं।
आपको बता दें कि प्रदूषित हवा वाले राज्यों में कैलिफोर्निया पहले स्थान पर है। टॉप 25 सबसे खराब हवा वाले शहरों में कैलिफोर्निया के 11 शहर शामिल हैं। इसके अलावा फ्रेंसो, कैलिफ, अलास्का जैसे शहरों की हालत खराब है। लॉस एंजेलिस सबसे खराब ओजोन लेवल वाले शहरों में शामिल है। राहत इतनी ही है कि प्रदूषण के लिए पिट्सबर्ग में हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
पार्टिकुलेट मैटर प्रदूषण का असर व्यक्ति के शरीर पर काफी पड़ता है। सिर्फ सांसों पर ही नहीं बल्कि बालों पर बुरा असर डालता है। यह बालों के विकास की क्षमता को घटाता है। एक रिसर्च के अनुसार पार्टिकुलेट मैटर के संपर्क में आने से हेयर फॉलिकल कोशिकाओं में एक विशेष प्रकार के प्रोटीन का स्तर घट जाता है। इससे बालों के विकास की क्षमता घट जाती है। इसके अलावा वायु प्रदूषण के कारण होने वाले आॅक्सीडेटिव तनाव से बालों के रंग पर असर पड़ता है और उनके टिकने की क्षमता प्रभावित होती है।
बताया जा रहा है कि पिछले कुछ सालों में अमेरिका के जंगलों में लगी आग से पार्टिकुलेट मैटर बढ़ रहा है। हवा में घुले यह पार्टिकल्स धूल, राख, कालिख, धातु से मिलकर बने होते हैं। वाहन, इंडस्ट्री के अलावा पिछले कुछ वर्षों में जंगलों में लगी आग से ऐसे पार्टिकल्स बढ़ रहे हैं। यही वजह है कि सबसे ज्यादा खराब हवा वाले 25 शहर जंगल वाली आग से जुड़े हैं।
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