संबंधित खबरें
बदायूं ब्रिज हादसे पर Google ने पहली बार दिया रिएक्शन, 3 लोगों की मौत पर कह दी इतनी बड़ी बात
अशोक चव्हाण को परेशान करने वाले 4 दिग्गजों को मिला कर्मों का फल? ये बयान सुन इन कांग्रेसियों को लगा 440 वोल्ट का करंट
21 साल का लड़का कैसे बना ‘हैवान का रूप’, अकेले ही खा गया 72 मासूमों की जान, आखिरी वक्त में बोला माफ नहीं करेगा अल्लाह
जिस संभल में लड़-मर रहे लोग, वहां राज कर चुके हैं ये 2 मुस्लिम शासक, जानें हाल देखकर क्यों रो रहा होगा सतयुग?
Baba Bageshwar पर हुआ अटैक…भीड़ से किसी ने फेंकी ये चीज, वीडियो देखकर भौंचक्के रह गए दुश्मन
संसद सत्र से वायरल हुई Rahul Gandhi की कंफ्यूजन, क्या वाकई राष्ट्रपति के सामने से ऐसे निकल गए? देखें Video
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Pradhan Mantri Surakshit Matritva Abhiyan: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से शुरू किये गए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) के तहत प्रसवपूर्व जांच के संदर्भ में एक करोड़ के स्तर को पार कर किया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय अनुसार, 9 माह की गर्भावस्था के प्रतीक के तौर पर हर माह की 9 तारीख को गर्भवती महिलाओं को समर्पित किया गया है, लेकिन इस बार नौ के बजाए यह अभियान 10 जनवरी को मनाया गया।
क्योंकि 9 जनवरी 2022 को रविवार था। लिहाजा तारीख 9 के बजाय 10 जनवरी की गई है। इस अभियान की शुरुआत जून 2016 में गर्भावस्था/प्रसव के दौरान मां और शिशु की मृत्यु रोकने, उन्हें समय पर उचित इलाज मुहैया कराने के लिए की गई थी। इस अभियान के तहत कोई भी गर्भवती महिला इसका लाभ ले सकती है। बताया जाता है कि इस अभियान के तहत अब तक 3.64 करोड़ महिलाओं को फायदा पहुंचा है।
PM scheme for pregnant ladies: गर्भावस्था/प्रसव के दौरान मां और शिशु की मृत्यु रोकने, उन्हें समय पर उचित इलाज मुहैया कराने के लिए पीएमएसएमए जून 2016 से शुरू किया गया था। इसका लाभ किसी भी समुदाय की महिला उठा सकती है। जिन्हें 3 से 6 माह का गर्भ है, वे महिलाएं नजदीकी सरकारी अस्पताल में अपना रजिस्ट्रेशन कराती हैं तो उन्हें परामर्श, सभी जरूरी जांच तथा दवाई सब कुछ मुफ्त में मिलता है।
रजिस्ट्रेशन के बाद जब आपका कार्ड बन जाता है, तो उसे लेकर आप किसी भी सरकारी अस्पताल या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जाकर जांच व डिलीवरी करा सकती हैं। गर्भवती महिलाओं की सुविधा के लिए हर माह की 9 तारीख को देशभर के स्वास्थ्य केंद्रों, सरकारी अस्पतालों में कैंप लगाए जाते हैं। संबंधित महिलाएं अपना कार्ड दिखाकर इन कैंपों में जांच आदि करा सकती हैं।
PMSMA: सरकार ने इन सेवाओं को शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में निर्धारित स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध कराया है। आर्थिक तौर पर कमजोर महिलाओं को गर्भधारण के बाद पोषक तत्व नहीं मिलते, समय पर उचित इलाज नहीं होता। ऐसी महिलाओं के बच्चे किसी न किसी विकृति के साथ जन्म लेकर कुपोषण का शिकार हो जाते हैं। यह सब रोकना ही इस योजना का मुख्य उद्देश्य है।
जांच के बाद गर्भवती महिलाओं को मातृ एवं बाल संरक्षण कार्ड तथा सुरक्षित मातृत्व पुस्तिकाएं दी जाती हैं। उसकी स्थिति की पूरी जानकारी देने वाला अलग-अलग रंग का स्टीकर दिया जाता है। इन स्टीकर का अलग-अलग मतलब होता है।
किसी भी प्रकार की शिकायत करने, नजदीकी स्वास्थ्य केंन्द्र खोजने या किसी अन्य सहायता और योजना के बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए इसकी वेबसाइट पर जा सकते हैं। इसके अलावा टोल फ्री नंबर- 18001801104 पर कॉल करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
इस अभियान के तहत इस दिन बैंकों के माध्यम से गर्भवती महिलाओ के जीरो बैलेंस पर अकाउंट्स खोले जाएंगे। ताकि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और जननी सुरक्षा योजना के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता अकाउंट में मिल सके। यह अकाउंट्स उन महिलाओं के होंगे, जिनका पहले से कोई बैंक खाता नहीं है।
प्रधानमंत्री जन-धन योजना के तहत कोई भी व्यक्ति इस स्कीम में अकाउंट खुलवा सकता है। इस योजना के तहत खाता खुलवाने पर आपको रुपे एटीएम कार्ड, 2 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा कवर, 30 हजार रुपए का लाइफ कवर और जमा राशि पर ब्याज मिलता है। इस अकाउंट को किसी भी बैंक में खोला जा सकता है। इसमें आपको मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं करना होता है। इस योजना के तहत 44 करोड़ से ज्यादा अकाउंट खोले जा चुके हैं। इसमें से करीब 55 फीसदी अकाउंट महिलाओं के हैं।
READ ALSO : PNB Minimum Balance Rules: पीएनबी ने आवश्यक सेवाओं पर बढ़ाया चार्ज, 15 जनवरी से होगा लागू
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.