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India news (इंडिया न्यूज़) Ram Janmabhoom इस बार राम जन्मभूमि में विराजमान रामलला 30 अगस्त रक्षाबंधन के अवसर पर राखी बांधेंगे। बताया जा रहा राम लला के लिए इस राखी को जगन्नाथ मंदिर से मगाया गया है। मिली जानकारी के अनुसार उड़ीसा के पुजारी जनार्दन पट्टा जोशी महापात्रा ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर के पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास को राखी सौंपा है।मन्यता है कि उड़ीसा से भगवान राम लला का रिश्ता है। इसलिए जगन्नाथ मंदिर से मगाई गयी इस राखी को रक्षाबंधन के अवसर पर पूजन के बाद भगवान को बंधा जाएगा। इस राखियों का निर्णाण हाथ से किया गया है। जगन्नाथ मंदिर के पुजारी जनार्दन पट्टा जोशी महापात्रा ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर के पुजारी को राखी लाकर सौंपी है।
जनवरी 2024 में होगा राममंदिर तैयार
अयोध्या में तैयार हो रहे भगवान राम मंदिर भूमि पूजन के तीसरी वर्ष में भव्य मंदिर आकार ले रहा है। कुछ महीने बाद रामलला अपने नए मंदिर में विराजमान हो जाएंगे। बताया जा रहा है कि मंदिर को अब अंतिम रुप दिया जा रहा है। मंदिर समिति के तरफ से कहा गया है कि, 2024 जनवरी से मंदिर को भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा।
मन्यता है उड़ीसा से है, भगवान राम का बहन की नाता
अयोध्या के लोगों का मानना है कि भगवान राम की बहन का मंदिर उड़ीसा में है। इस नाते आज भी जगन्नाथ मंदिर से पुजारी राखी लेकर अयोध्या आते है। बहुत समय पहले से परंपरा है राम की बहन का विवाह उड़ीसा के तरफ हुआ था। इस मन्यता को मानकर उड़ीसा से राखी लाकर भगवान राम को बाधते है। जैसे मिथिला में भगवान राम का विवाह हुआ था वहां के लोग भगवान को अपना दामाद मानते है। छतीसगढ़ में भगवान राम की ननिहाल है वहां के लोग भगवान राम को अपना भांजा मानते है। ठीक उसी तरह से मन्यता को मानते हुए उड़ीसा के लोग राखी लेकर भगवान राम को राखी बाधने आते है।
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