होम / देश / RBI ने देश के लोगों को दिया बड़ा झटका, MPC की मिटिंग में नहीं घटाया रेपो रेट , जानिए अब कितनी महंगी हुई EMI

RBI ने देश के लोगों को दिया बड़ा झटका, MPC की मिटिंग में नहीं घटाया रेपो रेट , जानिए अब कितनी महंगी हुई EMI

BY: Shubham Srivastava • LAST UPDATED : December 6, 2024, 10:24 am IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

RBI ने देश के लोगों को दिया बड़ा झटका, MPC की मिटिंग में नहीं घटाया रेपो रेट , जानिए अब कितनी महंगी हुई EMI

No Change In Repo Rate : रेपो दर में नहीं हुआ कोई बदलाव

India News (इंडिया न्यूज), No Change In Repo Rate : RBI ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। जनता को महंगी ईएमआई से राहत नहीं दी गई है। सेंट्रल बैंक ने अपने पॉलिसी रेट यानी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट 6.50 फीसदी पर बरकरार रखा गया है। फरवरी 2023 के बाद से ही रेपो रेट की दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया। आरबीआई ने कैश रिजर्व रेश्यो (CRR) को 4.50 फीसदी से घटाकर 4 फीसदी कर दिया है।

‘चलो गोली चलाओ, फिर किया…’, SSP साहब ने पहले दिया फायरिंग का आदेश, फिर योगी के सिंघम को मिली ऐसी सजा की याद रखेंगी 7 पुश्तें

नहीं हुआ कोई बदलाव

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने लगातार 11वीं बार उच्च मुद्रास्फीति का हवाला देते हुए अपनी प्रमुख ऋण दर में बदलाव नहीं किया है और चालू वित्त वर्ष के लिए विकास लक्ष्य को कम कर दिया है। छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने 4:2 बहुमत से रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर कोई भी बदलाव न रखने का फैसला किया, RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज सुबह घोषणा की। रेपो दर में बदलाव न होने की वजह से ईएमआई दरों में भी बदलाव न होने की संभावना है।

जुलाई-सितंबर तिमाही में तेज मंदी के बाद ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद कर रहे निवेशकों के लिए यह निराशा की बात है। मई 2022 से 250 आधार अंकों की छह सीधी दरों में बढ़ोतरी के बाद RBI ने अप्रैल 2023 में दर वृद्धि चक्र को रोक दिया। हर दो महीने में मिलने वाली MPC ने इस वित्त वर्ष के लिए विकास लक्ष्य को जुलाई-सितंबर तिमाही के 7.3% से घटाकर 6.6% कर दिया। दूसरी तिमाही की वृद्धि दर 5.4% रही, जो अनुमानित आंकड़े से कम है।

आरबीआई गवर्नर ने क्या कहा ?

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि अक्टूबर में मुद्रास्फीति 6% सहनीय स्तर से ऊपर चली गई, और जनवरी-मार्च तिमाही में खाद्य मुद्रास्फीति कम होने लगेगी। उन्होंने कहा कि एमपीसी का मानना ​​है कि केवल टिकाऊ मूल्य स्थिरता के साथ ही उच्च विकास के लिए मजबूत आधार सुरक्षित किया जा सकता है।

सऊदी अरब में जिस बेटे को सुनाई गई सजा-ए-माैत, उसकी कमाई से चलता था UP का ये घर, जानें क्या था जैद का कसूर?

Tags:

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT