Sachin Pilot: राजस्थान कांग्रेस के नेता और विधायक सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने अपनी ही सरकार के खिलाफ 11 अप्रैल को अनशन पर बैठने की घोषणा कर दी है। आज रविवार को गहलोत सरकार पर आरोप लगाते हुए सचिन पायलट ने कहा, “वह बार-बार मांग करने पर भी भाजपा सरकार में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है। जिससे जनता में हमारी सरकार के खिलाफ गलत संदेश जा रहा है।”
सचिन पायलट ने आज रविवार, 9 अप्रैल को एक प्रेसवार्ता के दौरान कहा, “हम सत्ता में आने से पहले भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार के हुए तमाम मुद्दों को उठाए थे। जिस पर जनता ने हम पर भरोसा करके भारी बहुमत से जिताया था। मैंने दो बार सीएम गहलोत को इन मामलों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा लेकिन कोई जवाब नहीं दिया गया। अब राज्य में चुनाव के 6-7 महीने ही बचे हैं। भाजपा हमारे खिलाफ तमाम एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही लेकिन हमारी सरकार फिर भी भाजपा के भ्रष्टाचार के खिलाफ कदम नहीं उठा रही है। इसको लेकर मैं 11 अप्रैल को एक दिन के लिए अनशन पर बैठूंगां।”
ललित मोदी मामले पर कोई कार्रवाई नहीं हुई- पायलट
पायलट ने आगे कहा, “मैंने सीएम गहलोत को एक पत्र लिखा और कहा कि चुनाव आने वाला है। हमें यह जनता को दिखाना चाहिए कि हमारे वादों और हमारे काम में कोई फर्क नहीं है। लेकिन मुझे अभी तक सीएम का कोई जवाब नहीं मिला है।” कांग्रेस विधायक ने कहा, “राज्य की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के खिलाफ जो खान घोटाला था, वह बहुत बड़ा था। अभी तक उसकी सीबीआई जांच नहीं की गई है। और न ही ललित मोदी मामले पर कोई कार्रवाई की गई है।”
सचिन पायलट ने कहा, “आप सभी को पता है कि केंद्र सरकार केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। एक तरफ केंद्र सरकार कांग्रेस लीडरशिप को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है। लेकिन राजस्थान में हम जांच एजेंसियों का न तो सदुपयोग कर रहे हैं न ही इस्तेमाल। यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है… क्योंकि जनता ऐसा न सोचे कि हम अपने वादों को पूरा नहीं कर सकते।“
11 अप्रैल को अनशन करेंगे सचिन पायलट
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, “मैं राज्य में भ्रष्टाचाकर के खिलाफ अपने वादों को लेकर 11 अप्रैल को एक दिन का अनशन करूंगा। ताकि जनता को यह महसूस न हो कि हम कोई काम नहीं कर रहे हैं या हमने अपना कोई भी वादा पूरा नहीं किया।” उन्होंने कहा, “मैंने गहलोत सरकार को पहली चिट्ठी 28 मार्च 2022 को लिखी थी। जिसका मुझे कोई जवाब नहीं मिला। तो फिर मैंने 2 नवंबर 2022 को एक और चिट्ठी लिखी, जिसमें मैंने उन्हें विनम्रता से कहा कि मैंने आपने और कांग्रेस पार्टी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे उठाए थे। जनता ने हमारी बातों पर विश्वास किया लेकिन इसका भी जवाब हमें अभी तक नहीं मिला।”
इसके साथ ही पायलट ने आगे कहा, “हम चाहते हैं कि जब जनता के बीच जाने का अब 6 या 7 महीने का समय ही बचा है। तो हम लोगों के बीच जाने से पहले कुछ कार्रवाई करें।” सचिन पायलट ने कहा, “भारत सरकार सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स तमाम एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। ये पूरा देश जानता है। संपूर्ण विपक्ष बोलता है और हम लोग भी बोलते हैं कि एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है और 95% यह कार्रवाइयां विपक्षियों के खिलाफ हो रही हैं। लेकिन राजस्थान सरकार की जो अपनी एजेंसियां हैं उनका जांच में इस्तेमाल नहीं हो रहा है। यह बड़ा विचित्र मामला था, इसको लेकर मैं बहुत चिंतित था। यह प्रकरण सालभर से ज्यादा हो गया। आज मैं चाहता हूं कि ये बात पब्लिक डोमेन में जाए।”
गहलोत ने पायलट को कहा था गद्दार
जानकारी दे दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच लंबे वक्त से तनातनी देखने को मिल रही है। सीएम गहलोत ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान पायलट को गद्दार तक बोल दिया था। सचिन पायलट ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि एक राजनेता के साथ-साथ वह एक इंसान भी हैं सीएम गहलोत की इस टिप्पणी से उन्हें बहुत पीड़ा हुई। मगर वह अतीत में नहीं जाना चाहते हैं। पायलट ने कहा था, “हम सबको मिलकर काम करना है। नेतृत्व के मसले पर पार्टी ही फैसला लेगी।”
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