इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
(Sachin Tendulkar’s Name in Pandora Papers) इंटरनेशनल कंसोर्टियम आॅफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स ने बड़े स्तर पर पेंडोरा पेपर लीक में टैक्स चोरी का खुलासा किया है। इस मामले में कई बड़ी हस्तियों सहित सचिन तेंदुलकर का नाम भी आ गया है। यह भी दावा किया जा रहा है कि पेंडोरा पेपर लीक में भारत समेत 91 देशों के वर्तमान एवं पूर्व नेताओं, अफसरों और मशहूर हस्तियों के वित्तीय लेने-देन की जानकारी शेयर की गई है। वहीं इसमें अब सचिन तेंदुलकर के नाम आने से उनके फैंस काफी हैरान हैं।
पेंडोरा पेपर्स की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि राज्यसभा सदस्य रह चुके तेंदुलकर और उनके परिवार के नाम पर ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स (बीवीआई) में कुछ कंपनियां थीं, जिन्हें 2016 में लिक्वीडेट कर दिया गया था।
बीवीआई में कुछ कंपनियां सचिन की पत्नी अंजली तेंदुलकर और ससुर आनंद मेहता के नाम पर थीं, जिनका खुलासा पनामा लॉ फर्म एलकोगल की रिपोर्ट में भी हुआ था। एलकोगल पैंडोरा पेपर्स का हिस्सा है। रिपोर्ट के मुताबिक बीवीआई स्थित सास इंटरनेशनल लिमिटेड नाम की कंपनी में तेंदुलकर का परिवार डायरेक्टर और बीओ है। इस कंपनी का पहला उल्लेख 2007 में किया गया था। जुलाई 2016 में कंपनी को लिक्वीडेट करने तक इसके मालिकों और आर्थिक फायदों का पूरा वर्णन पैंडोरा रिकॉर्ड्स के पास है।
NEW: #PandoraPapers reveals the inner workings of a shadow economy that benefits the wealthy and well-connected at the expense of everyone else.
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— ICIJ (@ICIJorg) October 3, 2021
रिपोर्ट के मुताबिक 10 अगस्त 2007 को सास इंटरनेशनल कंपनी की स्थापना के समय लिए गए रिजॉल्युशन के तहत सास इंटरनेशनल के 90 शेयर्स को आउटसेट किया गया था। इसमें से 60 शेयर्स का पहला प्रमाण पत्र अंजली तेंदुलकर के नाम और 30 शेयर्स का दूसरा प्रमाण पत्र अंजलि के पिता आनंद मेहता को दिया गया था। बचे हुए शेयर्स और बायबैक की कोई जानकारी नहीं है। 90 शेयर्स का मूल्य 8.6 मिलियन डॉलर यानि कि लगभगर 60 करोड़ रुपए था। कंपनी के डिसॉल्युशन में तीनों शेयरधारकों सचिन तेंदुलकर, अंजली तेंदुलकर और आनंद मेहता के हस्ताक्षर थे। 15 जुलाई 2016 के प्रमाण पत्र के मुताबिक, कंपनी के रिकॉर्ड्स को स्विट्जरलैंड के न्यूकैथल स्थित एलजे मैनेजमेंट कंपनी द्वारा मेंटेन किया जा रहा था।
बताया गया है कि सचिन, उनकी पत्नी अंजलि और ससुर आनंद मेहता का नाम ब्रिटिश वर्जिन आयलैंड्स में स्थित कंपनी ‘सास इंटरनेशनल लिमिटेड’ के बीओ और निदेशक के रूप में नामित किया गया था। दूसरी ओर सचिन तेंदुलकर के वकील ने दावा किया कि पूर्व क्रिकेटर का निवेश पूरी तरह से वैध है। तेंदुलकर के वकील ने कहा कि तेंदुलकर का निवेश वैध है और कर अधिकारियों को घोषित कर दिया गया है। सचिन ने अपनी कंपनी से जुड़ी कोई भी बात छिपाने की कोशिश नहीं की थी।
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