India News (इंडिया न्यूज), Saurabh Rajput Murder Case : मेरठ के सौरभ राजपूत हत्याकांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है वैसे-वैसे चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। अब सामने आ रहा है कि मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला ने सौरभ राजपूत को बहुत दर्दनाक मौत दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक मुस्कान और साहिल ने पहले उसके दिल पर चाकू से तीन बार वार किया, जिसके बाद सौरभ के दिल के दो टुकड़े हो गए। इसके बाद उसकी गर्दन काटी और फिर हाथ पैर। पुलिस की जांच में यह भी पता चला है कि सौरभ के चार टुकड़े करने के बाद सौरभ के धड़ को बिस्तर पर रखकर साथ में खुद मुस्कान सोई।
पुलिस के मुताबिक सौरभ के कटे हाथ पैर को साथ लेकर दूसरे कमरे में साहिल शुक्ला सोया था। इसके बाद अगले दिन दोनों ने चारों टुकड़ों को ड्रम में डालने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुए तो इन टुकड़ों के भी कई और टुकड़े कर दिए।
Saurabh Rajput Murder Case : पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुए कई चौंकाने वाले खुलासे
मर्चेंट नेवी में पूर्व अधिकारी सौरभ राजपूत के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद सामने आया है कि सौरभ राजपूत के सीने पर लंबे फल वाले चाकू से तीन बार वार किया गया। इसमें से वार ने तो सौरभ के दिल को फाड़ दिया। बताया जा रहा है कि यह वार खुद मुस्कान ने किए थे। इसके बाद साहिल ने सौरभ की गर्दन काटी और फिर उसके हाथ पैर को काटा गया।
पुलिस के मुताबिक दोनों ने हत्या को अंजाम देने के बाद शव के पास ही नसा किया। इसके बाद सौरभ के धड़ को बेड पर रखकर मुस्कान सो गई. वहीं कटे हाथ पैरों को दूसरे कमरे में ले जाकर साहिल सो गया। अगली सुबह नींद खुलने पर दोनों ने शव के टुकड़े को ड्रम में डालने की कोशिश की थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सौरभ राजपूत की मौत की वजह सदमा और रक्तस्राव बताया गया है।
बता दें कि मर्चेंट नेवी की नौकरी छोड़ने के बाद सौरभ लंदन की एक बेकरी में काम कर रहा था। 2 साल बाद वह 24 फरवरी को ही पत्नी मुस्कान का जन्मदिन मनाने के लिए भारत लौटा, लेकिन अगले सप्ताह मुस्कान ने प्रेमी संग मिलकर उसकी हत्या कर दी। वहीं पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के मुताबिक मुस्कान और साहिल ने शव के टुकड़ों को ड्रम में डाला और ऊपर से डस्ट व सीमेंट डालकर पानी भर दिया था. इसकी वजह से शव सीमेंट के बीच जम गया था. इसकी वजह से हवा अंदर नहीं जा पायी और शव सड़ नहीं पाया था. यही वजह थी कि शव से दुर्गंध नहीं उठ रही थी।