India News (इंडिया न्यूज),Saurabh Rajput Murder: हाल ही में मेरठ और बनारस में हुए दो दिल दहला देने वाले हत्याकांडों ने एक बार फिर रिश्तों की क्रूर सच्चाई को उजागर कर दिया है। जहां मेरठ में एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर उसके शव के टुकड़े कर दिए, वहीं बनारस में एक लड़की ने नए बॉयफ्रेंड से अपने पुराने प्रेमी को मरवा दिया। इन घटनाओं ने श्रद्धा वालकर हत्याकांड जैसी विभत्स वारदातों की याद ताजा कर दी है, जहां प्रेम और रिश्तों का खूनी खेल खेला गया। आखिर ऐसा क्या हो रहा है कि लोग प्यार और विश्वास को हिंसा में बदल रहे हैं?
मेरठ में एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की नृशंस हत्या कर दी। सौरभ राजपूत, जो विदेश में नौकरी करता था, अपनी बेटी का जन्मदिन मनाने भारत आया था। उसे जरा भी अंदाजा नहीं था कि उसकी पत्नी मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला ने उसकी मौत की साजिश रच रखी है। चार मार्च को मुस्कान ने सौरभ के खाने में नशीला पदार्थ मिला दिया, जिससे वह बेहोश हो गया। इसके बाद मुस्कान और साहिल ने मिलकर चाकू से सौरभ की हत्या कर दी। हत्या के बाद दोनों ने शव को टुकड़ों में काटा और उन्हें ठिकाने लगाने के लिए एक प्लास्टिक ड्रम में डालकर ऊपर से सीमेंट और रेत डाल दिया। इसके बाद प्रेमी जोड़ा आराम से शिमला घूमने चला गया और 17 मार्च को वापस लौटा। जब पुलिस ने छानबीन की तो शव और हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार बरामद हुए। इस वारदात ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी और लोगों में गुस्से की लहर दौड़ गई।
Saurabh Rajput Murder: अपने ही बने खून के प्यासे, प्यार में किया विश्वासघात
मेरठ जैसी ही एक वारदात बनारस में घटी, जहां एक युवती ने अपने नए बॉयफ्रेंड से पुराने प्रेमी की हत्या करवा दी। मामला होली की रात का है, जब वाराणसी के औसानगंज इलाके में दिलजीत उर्फ रंगोली नामक युवक को गोली मार दी गई। यह हत्या सुनियोजित थी, क्योंकि मृतक की प्रेमिका ने अपने नए प्रेमी के साथ मिलकर एक महीने पहले ही हत्या की योजना बना ली थी। होली की रात प्रेमिका ने दिलजीत को अपने घर के नीचे बुलाया और जैसे ही वह पहुंचा, उसके नए प्रेमी ने उसे गोली मार दी। पुलिस ने इस हत्याकांड में प्रेमिका और उसके बॉयफ्रेंड को गिरफ्तार कर लिया है, साथ ही हत्या में इस्तेमाल की गई बाइक भी बरामद कर ली गई है।
ऐसा ही एक और चौंकाने वाला मामला महाराष्ट्र के पुणे से सामने आया, जहां एक दोस्त ने ही अपने साथी की बेरहमी से हत्या कर दी। अहिल्यानगर के एक गांव में 19 वर्षीय युवक की हत्या कर उसके शव के टुकड़े कर दो कुओं में फेंक दिए गए। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपियों को संदेह था कि मृतक ने उनकी निकटता को लेकर अफवाह फैलाई थी। इसी गुस्से में उन्होंने उसकी जान ले ली।
बेंगलुरु में भी हाल ही में एक ऐसा ही हत्याकांड हुआ, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। एक महिला की हत्या करने के बाद उसके शरीर के 30 टुकड़े कर फ्रिज में रख दिए गए थे। इस हत्याकांड का रहस्य अभी पूरी तरह से खुला नहीं है, लेकिन पुलिस को आशंका है कि किसी परिचित ने ही इस घटना को अंजाम दिया है। महिला घर पर अकेली रहती थी, जबकि उसका पति पास के एक आश्रम में काम करता था। पुलिस को तब मामले की भनक लगी जब घर से बदबू आने लगी। जांच के दौरान महिला के शव के टुकड़े फ्रिज में मिले, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
इन हत्याओं ने श्रद्धा वालकर हत्याकांड की भयावह यादें ताजा कर दी हैं। 18 मई 2022 को आफताब पूनावाला ने श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी थी और उसके शरीर के 35 टुकड़े कर फ्रिज में रख दिए थे। आफताब ने यह भी कबूल किया था कि उसने शव के टुकड़ों को ठिकाने लगाने के लिए चाकू, हथौड़ा और फावड़ा खरीदा था।
मेरठ, बनारस, पुणे, बेंगलुरु और दिल्ली में हुई इन घटनाओं ने समाज को हिलाकर रख दिया है। आखिर कैसे लोग अपने साथी, प्रेमी या दोस्तों की इस हद तक बेरहमी से हत्या करने लगे हैं? प्यार कभी हिंसा के रास्ते पर नहीं जाता, फिर क्यों रिश्तों में इतनी नफरत भरती जा रही है? विशेषज्ञों का मानना है कि मानसिक अस्थिरता, आक्रोश और असुरक्षा की भावना इन अपराधों की मुख्य वजह बन रही है। इसके अलावा, डिजिटल दौर में रिश्तों की अस्थिरता और भरोसे की कमी भी हिंसा को बढ़ावा दे रही है।
रिश्तों में बढ़ती हिंसा और क्रूरता समाज के लिए एक गंभीर खतरा बन चुकी है। ऐसे मामलों को रोकने के लिए कड़े कानूनों के साथ-साथ लोगों में नैतिक शिक्षा और रिश्तों की अहमियत समझाने की भी जरूरत है। केवल कठोर सजा ही समाधान नहीं है, बल्कि यह भी आवश्यक है कि लोग रिश्तों की गरिमा को समझें और विवादों को संवाद के जरिए हल करें। जब तक समाज में संवेदनशीलता नहीं आएगी, तब तक ऐसे दिल दहला देने वाले अपराध होते रहेंगे।