होम / देश / Sitaram Yechury का पार्थिव शरीर AIIMS को क‍िया गया दान, जानें डेड बॉडी कैसे मेडिकल की पढ़ाई में आती है काम

Sitaram Yechury का पार्थिव शरीर AIIMS को क‍िया गया दान, जानें डेड बॉडी कैसे मेडिकल की पढ़ाई में आती है काम

BY: Ankita Pandey • LAST UPDATED : September 13, 2024, 2:53 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

Sitaram Yechury का पार्थिव शरीर AIIMS को क‍िया गया दान, जानें डेड बॉडी कैसे मेडिकल की पढ़ाई में आती है काम

Sitaram Yechury body was donate: सीताराम येचुरी का पार्थिव शरीर दान किया गया

India News (इंडिया न्यूज़), Sitaram Yechury Passes Away: भारतीय राजनीति के प्रमुख मार्क्सवादी कम्युनिस्ट नेता सीताराम येचुरी ने 12 सितंबर 2024 को दोपहर को एम्स के आईसीयू में अंतिम सांस ली। येचुरी की उम्र 72 वर्ष की थी। वे लंबे समय से बीमार थे। बताया जा रहा है कि वे सीने में गंभीर संक्रमण से पीड़ित थे। जिसके चलते उन्हें निमोनिया के चलते 19 अगस्त 2024 को एम्स में भर्ती कराया गया था।

सीताराम येचुरी का पार्थिव शरीर दान करेगा परिवार

सीताराम येचुरी के परिवार ने एक अहम फैसला लिया है। यानी उनके परिवार ने शिक्षा और शोध के उद्देश्य से उनका पार्थिव शरीर एम्स, नई दिल्ली को दान कर दिया है। सीताराम येचुरी का पार्थिव शरीर शिक्षा और शोध के उद्देश्य से एम्स को दान किया गया है, लेकिन क्योंकि सीताराम येचुरी का परिवार, पार्टी और चाहने वाले उन्हें श्रद्धांजलि देना चाहते हैं, इसलिए उनके पार्थिव शरीर को 14 सितंबर को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक कार्यालय में श्रद्धांजलि के लिए रखा जाएगा, जिसके बाद उसे वापस एम्स को सौंप दिया जाएगा।

अरविन्द केजरीवाल के जेल से बाहर आते ही हरियाणा में बदली सियासी हवा, अब आप को बढ़त मिलने से किसको होगा नुकसान

शव का इस्तेमाल शिक्षा और शोध के लिए किया जाएगा

एम्स के अधिकारियों का कहना है कि सीताराम येचुरी और उनके परिवार द्वारा उनके शव को संस्थान को दान करने का कदम सराहनीय है। इस फैसले को नेक फैसला बताया गया। आपको बता दें कि एमबीबीएस के प्रथम वर्ष के छात्र जो प्री-क्लीनिकल विषय से होते हैं, उन्हें शवों पर एनाटॉमी का अध्ययन कराया जाता है। इसके अलावा ऑर्थोपेडिक्स, न्यूरोसर्जरी, ईएनटी सर्जरी के सर्जन इन शवों पर अभ्यास करते हैं।

बॉडी डोनेशन के नियम क्या हैं?

अंगदान करने के दो तरीके हैं। एक या दो लोग मृत्यु से पहले संकल्प लेते हैं और दूसरा परिवार की सहमति से मृत्यु के बाद अंगदान कर सकते हैं। अगर कोई जीवित रहते हुए अंगदान करने का संकल्प लेता है तो वह एक फॉर्म भरकर ऐसा कर सकता है, जिस पर दो गवाहों के हस्ताक्षर होते हैं। इसमें एक गवाह उसका नजदीकी रिश्तेदार होना चाहिए। अगर किसी ने संकल्प नहीं लिया है तो परिवार के सदस्य भी अंगदान कर सकते हैं। इसमें कोई खास खर्च नहीं आता और अस्पताल या अन्य संस्थाएं यह काम करती हैं।

कौन है नादिर शाह? जिसके सीने में लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने 5 गोलियां कर दी आरपार

कोई भी व्यक्ति अपने किसी भी अंग को दान कर सकता है, जिसे मृत्यु के बाद एक निश्चित समय के भीतर निकाला जाता है और उस समय पर शरीर दिया जाता है। हर अंग के लिए अलग समय होता है और उस समय सीमा के भीतर अंग निकालना जरूरी होता है। इसके बाद मृतक का शव सम्मानजनक तरीके से परिवार को लौटा दिया जाता है। इसके बाद भी शव को देखा जा सकता है और अंतिम संस्कार किया जा सकता है। इसके लिए अस्पताल को मृत्यु के तुरंत बाद इसकी सूचना देनी होती है और अंगदान की प्रक्रिया तुरंत शुरू कर दी जाती है।

कौन से अंग दान किए जा सकते हैं?

आपको बता दें कि हृदय, लीवर, किडनी, आंत, फेफड़े और आंत जैसे अंगों का दान केवल मस्तिष्क मृत्यु की स्थिति में ही किया जा सकता है। लेकिन, कॉर्निया, हृदय वाल्व, त्वचा, हड्डियां आदि का दान केवल प्राकृतिक मृत्यु की स्थिति में ही किया जा सकता है। टीश्यू और अंग दान के लिए अलग-अलग प्रक्रिया होती है। इसमें फेफड़े 4 से 6 घंटे, हृदय 4 घंटे, लीवर 24 घंटे, किडनी 72 घंटे, कॉर्निया 14 दिन, हड्डियां 5 साल, त्वचा 5 साल, हृदय वाल्व 10 साल के भीतर दोबारा प्रत्यारोपित करना होता है।

3 महीने और, फिर शुरू होगा दुनिया का सर्वनाश! बाबा वेंगा की भविष्यवाणी सुन उड़ जाएगी रातों की नींद

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

Delhi :31st दिसंबर को रात 9 बजे के बाद इस स्टेशन से नहीं जा सकेंगे बाहर, जानिए वजह
Delhi :31st दिसंबर को रात 9 बजे के बाद इस स्टेशन से नहीं जा सकेंगे बाहर, जानिए वजह
हाथो में कुल्हाड़ी चेहरे पर गुस्सा, बौखलाए युवक ने अपने पड़ोसी को क्यों किया लहू-लुहान
हाथो में कुल्हाड़ी चेहरे पर गुस्सा, बौखलाए युवक ने अपने पड़ोसी को क्यों किया लहू-लुहान
2025 लगते ही सूरज की तरह चमकेंगी ये 5 राशियां, हर क्षेत्र में पाएंगी अपार सफलता…कही आप भी तो इस श्रेणी में शामिल नहीं?
2025 लगते ही सूरज की तरह चमकेंगी ये 5 राशियां, हर क्षेत्र में पाएंगी अपार सफलता…कही आप भी तो इस श्रेणी में शामिल नहीं?
‘RJD हिंदू नहीं, मियां पार्टी है’, BJP विधायक का विवादित बयान, बोले-हमको वोट दीजिए नहीं तो…
‘RJD हिंदू नहीं, मियां पार्टी है’, BJP विधायक का विवादित बयान, बोले-हमको वोट दीजिए नहीं तो…
MP के 61 IAS अधिकारियों का प्रमोशन, साल 2016 बैच के अधिकारी भी पदोन्नत
MP के 61 IAS अधिकारियों का प्रमोशन, साल 2016 बैच के अधिकारी भी पदोन्नत
पारिवारिक विवाद में महिला ने कुएं में लगाई छलांग, फिर पति ने जो किया…
पारिवारिक विवाद में महिला ने कुएं में लगाई छलांग, फिर पति ने जो किया…
CM योगी आदित्यनाथ ने यूपी इनोवेशन फंड को लेकर की बैठक
CM योगी आदित्यनाथ ने यूपी इनोवेशन फंड को लेकर की बैठक
कल से बंद रहेंगे UP के ये स्कूल, 15 दिन की मिली छुट्टी
कल से बंद रहेंगे UP के ये स्कूल, 15 दिन की मिली छुट्टी
UP में हुआ गजब खेला, BJP ने 2 साल पहले मर चुके नेता को बनाया जिला प्रतिनिधि; मचा हंगामा
UP में हुआ गजब खेला, BJP ने 2 साल पहले मर चुके नेता को बनाया जिला प्रतिनिधि; मचा हंगामा
अब Sick Leave लेना पड़ सकता है भारी, सच जानने के लिए कंपनियां कर रही है ये काम, जा सकती है नौकरी
अब Sick Leave लेना पड़ सकता है भारी, सच जानने के लिए कंपनियां कर रही है ये काम, जा सकती है नौकरी
मच्छरदानी और तेंदुआ ,भाजपा नेता का ‘मिशन तेंदुआ पकड़ो’ वायरल
मच्छरदानी और तेंदुआ ,भाजपा नेता का ‘मिशन तेंदुआ पकड़ो’ वायरल
ADVERTISEMENT