संबंधित खबरें
संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू, अडानी-मणिपुर मुद्दे पर विपक्ष कर सकता है चर्चा की मांग, जानें किन बिलों को लाने की तैयारी में केंद्र सरकार
इस राजपूत राजा ने सबसे पहले मुगलों में की थी अपनी बटी की शादी, आमेर किला नहीं एक रहस्यमयी इतिहास! जाने क्या इसके पिछे की कहानी?
एक हो जाएंगे चाचा-भतीजा! महाराष्ट्र में हार पर छलका शरद पवार का दर्द, NCP और अजित पवार को लेकर अब ये क्या कह दिया?
'सांसद होकर दंगे के लिए….' संभल हिंसा पर भड़के नरसिंहानंद सरस्वती, सांसद जियाउर्रहमान को दी गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी!
गूगल मैप्स के सहारे कार में सफर कर रहे थे 3 लोग, अधूरे फ्लाईओवर में जा घुसी गाड़ी, फिर जो हुआ…सुनकर मुंह को आ जाएगा कलेजा
‘ये मुगलों का दौर नहीं…’, संभल जामा मस्जिद सर्वे पर ये क्या बोल गए BJP प्रवक्ता? सुनकर तिलमिला उठे मुस्लिम
India News(इंडिया न्यूज),Status of Leopards: भारत के लिए शुरूआत से ही तेंदुआ की संख्या एक चुनौती बनी हुई है। वहीं केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने गुरुवार को भारत में तेंदुओं की स्थिति रिपोर्ट जारी की, जिसके अनुसार देश में लगभग 13,874 तेंदुए हैं। जो कि, प्रति वर्ष बढ़ोतरी 1.08% प्रतिशत है।
ये भी पढ़े:-London Court: लंदन की कोर्ट से प्रिंस हैरी को लगा झटका, ब्रिटिश सरकार के खिलाफ मुकदमे में मिला हार
इस मामले में पर्यावरण मंत्रालय ने अपना आकड़ा जारी करते हुए कहा कि, 12,616 – 15,132 व्यक्तिगत तेंदुओं की जनसंख्या सीमा के साथ, संख्या 2018 में 12,852 (12,172-13,535) व्यक्तियों के साथ इसी क्षेत्र के नमूने की तुलना में एक स्थिर आबादी का प्रतिनिधित्व करती है। यह अनुमान तेंदुए के 70% निवास स्थान पर आधारित है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मध्य भारत में तेंदुओं की स्थिर या थोड़ी बढ़ती आबादी (2018: 8071, 2022: 8820) दिखाई देती है, जबकि शिवालिक पहाड़ियों और गंगा के मैदानी इलाकों में गिरावट (2018: 1253, 2022: 1109) देखी गई है।
ये भी पढ़े:-Shehbaz Sharif: शहबाज शरीफ हुए पीएम पद के लिए नामित, पीएमएल-एन का बड़ा ऐलान
इसके साथ ही केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने आगे कहा कि , “अगर हम उस क्षेत्र को देखें जिसका पूरे भारत में 2018 और 2022 दोनों में नमूना लिया गया था, तो प्रति वर्ष 1.08% की वृद्धि हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि शिवालिक पहाड़ियों और गंगा के मैदानों में, प्रति वर्ष -3.4% की गिरावट हो रही है, जबकि सबसे बड़ी विकास दर मध्य भारत और पूर्वी घाट में 1.5% थी।
ये भी पढ़े:-Application For Public Posts: दो से अधिक बच्चे होने पर सरकारी नौकरी देने से इनकार करना भेदभाव नहीं, SC…
वहीं वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि प्रोजेक्ट टाइगर की संरक्षण विरासत बाघों से परे फैली हुई है, जो तेंदुए की स्थिति रिपोर्ट में स्पष्ट है, जो व्यापक प्रजाति संरक्षण प्रयासों को प्रदर्शित करती है। उन्होंने वन विभाग के समर्पित प्रयासों की सराहना की और कहा कि रिपोर्ट संरक्षित क्षेत्रों से परे संरक्षण प्रतिबद्धता पर जोर देती है। इसके साथ ही आगे यादव ने कहा कि, “प्रोजेक्ट टाइगर का समावेशी दृष्टिकोण पारिस्थितिकी तंत्र के अंतर्संबंध और विविध प्रजातियों के संरक्षण को रेखांकित करता है। हमारे माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में, यह संरक्षण यात्रा एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य के लोकाचार का प्रतीक है। इस महत्वपूर्ण मिशन में सभी योगदानकर्ताओं को बधाई।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.