इंडिया न्यूज, नोएडा (Supertech Twin Tower Demolished): नोएडा के सेक्टर-93ए स्थित सुपरटेक कंपनी के ट्विन टावर को सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर आज दोपहर 2.30 बजे धमाके के बाद जमींदोज कर दिया गया। इसके बाद कुछ समय के लिए आसपास के 500 मीटर से ज्यादा के एरिया में धुएं का गुबार रहा। लेकिन लगभग 3 बजे नोएडा-ग्रेटर नोएडा हाईवे 2:42 पर आम लोगों के लिए खोल दिया गया है।
सुपरटेक ट्विन टावरों को गिराने के बाद आस पास उड़ रही धूल को खत्म करने के लिए पानी का स्प्रे किय जा रहा है। इसके लिए एंटी-स्मॉग गन का इस्तेमाल किया जा रहा है। प्रशासन की टीमें अभी भी विध्वंस स्थल पर निरीक्षण कर रही है। आसपास की इमारतों में रहने वाले लोगों को अपने घर आने की अनुमति अभी नहीं मिली है।
Supertech Twin Tower Demolished
भ्रष्टाचार का प्रतीक, सबसे ऊंची 103 मीटर की इमारत को बनने में बेशक सालों का समय और करोड़ों की लागत लगी। लेकिन इसे ढहाने में महज 12 सेकंड से भी कम का समय लगा। नोएडा के सेक्टर 93ए में बने ट्विन टावर्स को ब्लास्ट करके जमींदोज कर दिया गया है। हालांकि अभी इस बारे में कोई खबर नहीं है कि आसपास की इमारतों को कुछ नुकसान हुआ या नहीं। आधे घंटे के बाद ही आगे का निरीक्षण हो पाएगा।
पलक भी नहीं झपकी और देखते ही देखते 32 मंजिलें और 950 फ्लैट्स वाले सुपरटेक कंपनी की इमारत धुएं के बड़े गुबार में शुमार हो गई। ठीक 2.30 बजे चेतन विस्फोटकों का बटन दबा और 14 सेकंड के अंदर आसपास लगभग 500 मीटर में धुएं का गुबार दिखने लगा। जिसने भी ये मंजर देखा, वह हैरान रह गया।
बटन दबते साथ ही 32 मंजिला इमारत धुएं के बड़े गुबार में गायब हो गई है। भ्रष्टाचार की नींव पर खड़ी 103 मीटर इमारत के ढहाने से इतना धुआं निकला कि जितना अनुमान भी नहीं लगाया गया है।
ट्विन टावरों को गिराने के बाद आस पास जमा धूल को कम करने के लिए पानी को स्प्रे करने के लिए एंटी-स्मॉग गन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ट्विन टावर्स के ध्वस्त होने के बाद आसपास धूल का गुबार फैला।
दोनों टावर को गिराने का प्रोसेस तय प्लान के अनुसार हुआ। लेकिन कई जगह हल्के नुकसान की खबर आई है। हालांकि नोएडा पुलिस आयुक्त ने कहा कि सुरक्षा के पूरे इंतजाम थे जिस कारण से सब कुछ सही से हुआ। एटीएस सोसायटी की बाउंड्री क्षतिग्रस्त होने की खबर है। यहां एसीपी अभिमन्यु निरीक्षण कर रहे हैं। वहीं एमराल्ड की बाउंड्री क्षतिग्रस्त होने की खबर सामने आ रही है। इसके अलावा फरीदाबाद फ्लाई ओवर के भी हिलने की खबर है।
सुपरटेक ट्विन टावर्स को गिराने में करीब 17.55 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है। 103 मीटर ऊंची इमारत को गिराने के लिए 3700 किलोग्राम बारूद का इस्तेमाल किया गया। इसके लिए इमारतों में 9,640 छेद कर ये बारूद भरा गया था। बता दें कि दोनों टावरों को बनाने में सुपरटेक ने 200 से 300 करोड़ रुपये खर्च किए थे।
इतनी ऊंची इमारत को गिराने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से विशेष प्रबंध किए गए थे। सोसायटी को सुबह ही खाली करवा दिया गया था। एक्सप्लोजन जोन में 560 पुलिस कर्मी, रिजर्व फोर्स के 100 लोग और 4 क्विक रिस्पांस टीम समेत एनडीआरएफ टीम तैनात रही। इनके अलावा सुरक्षा गार्ड्स और सफाईकर्मी भी स्टैंड बाय पर रखे गए। सुबह ही इस क्षेत्र में चारों ओर स्पेशल डस्ट मशीन और स्मॉग गन लगा दी गई थी। एम्बुलेंस भी मौके पर मौजूद रही। ट्रैफिक डायवर्जन के लिए नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर 99710 09001 जारी किया है।
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