India news(इंडिया न्यूज़), Rahul and Smriti: उत्तर प्रदेश के अमेठी लोकसभा संसदीय सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट है। आजादी के बाद से सबसे ज्यादा गांधी परिवार का कब्जा इस सीट रहा है। राहुल गांधी 2019 तक यहां से सांसद थे। भाजपा ने राहुल गांधी के सामने स्मुति ईरानी को मैदान में उतारा। ईरानी ने राहुल गांधी को हराकर जीत का परचम लहराई। अब एक बार फिर अटकले लगाए जा रहे कि, राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ सकते है। दरअसल उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि राहुल गांधी प्रदेश के अमेठी संसदीय सीट से चुनाव लड़ेगे। गांधी परिवार का सबसे भरोषामंद सीट अमेठी है। जहां से राहुल गांधी फिर एक बार चुनाव में उतर सकते है। राहुल 2004 में इस सीट से पहली बार सांसद बने थे। 2009 और 2014 तक अमेठी की जनता ने राहुल पर भरोषा जताया।
पहली बार अमेठी से सांसद बने थे राहुल
कांग्रेस नेता राहुल गांधी 2004 में पहली बार अमेठी से सांसद बने थे। आम चुनाव 2009 में भी जीत दर्ज किया। 2014 के आम चुनाव में भी अमेठी की जनता ने राहुल पर भरोषा जताया। 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा की स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को हरा कर जीत दर्ज किया।
कांग्रेस के लिए क्यो अहम है अमेठी
अमेठी लोकसभा क्षेत्र हमेशा से कांग्रेस पार्टी की परंम्परागत सीट रही है। यह सीट का निर्माण पहली बार 1967 में किया गया। जहां के पहले सांसद विध्याधर वाजपेयी ने कांग्रेस उम्मीदवार के रुप में दर्ज किया। 1980 में इस सीट पर गांधी परिवार का कब्जा तब हुआ जब संजय गांधी यहां से चुनाव लड़े और जीत दर्ज किए। संजय गांधी के मौत के बाद 1981 में उपचुनाव हुआ जिसमें राजीव गांधी ने जीत दर्ज किया। उन्होंने 1980 से लेकर 1991 तक चार बार, 1981 1984, 1989 और 1991 में जीत दर्ज किया। राजीव गांधी के मौत के बाद इस सीट से कांग्रेस ने सतीश शर्मा को मैदान में उतारा वे भी दो बार जीत दर्ज किय। 1999 में इस सीट से सोनिया गांधी सांसद चुनी गयी। इसके बाद 2004, 2009 और 2014 में राहुल गांधी ने लागातार तीन बार जीत दर्ज किया। अब यह सीट 2024 में कांग्रेस के लिए काफी अहम माना जा रहा है।
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