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Russian Couple living in India: बहुत से लोगों के लिए, भारत घूमने और अनुभव करने की जगह है. लेकिन बेंगलुरु में रहने वाले एक रूसी जोड़े के लिए, भारत इससे कहीं ज़्यादा है. एक रूसी महिला ने एक इमोशनल बात शेयर की है, जिसमें उन्होंने बताया है कि उन्होंने और उनके पति ने भारत को अपना परमानेंट घर बनाने और अपने बच्चों को यहीं पालने का फैसला क्यों किया. आइए विस्तार से जानें पूरी खबर.
रूसी महिला ने भारत में रहने को लेकर क्या बताया?
कंटेंट क्रिएटर याना ने बताया कि उनका परिवार छुट्टी मनाने या कुछ समय के लिए भारत नहीं आया था. उनके अनुसार, वे सच में यहां रहते हैं, उनका अपना घर है, रोज का रूटीन है, लोकल बाज़ार हैं, बच्चों के लिए स्कूल हैं, और वे सादे दिन हैं जो ज़िंदगी को खास बनाते हैं. भारत में रहने से उनके परिवार का ज़िदगी को देखने का नजरिया पूरी तरह बदल गया है. भारत ने उन्हें ज़िंदगी की रफ़्तार धीमी करने का महत्व सिखाया. यहां ज़िंदगी आपको जल्दबाज़ी करने के लिए मजबूर नहीं करती, समय अलग तरह से चलता हुआ लगता है और धीरे-धीरे, इंसान बाहरी शोर से खुद को अलग करना और खुद को समझना सीख जाता है.
भारत के लोगों की तारीफ में याना ने क्या कहा?
याना ने भारत के लोगों के लिए गहरी तारीफ ज़ाहिर की. उन्होंने बताया कि उनका परिवार यहां के लोगों की सादगी, गर्मजोशी और बिना किसी स्वार्थ के मदद करने की भावना से बहुत प्रभावित है. लोग बदले में कुछ भी उम्मीद किए बिना मदद करते हैं. पड़ोसी एक-दूसरे को जानते हैं, दुकानदार नाम याद रखते हैं, और एक मुस्कान एक ऐसी भाषा बन जाती है जिसे सब समझते हैं.
बच्चों को कई कल्चर और भाषाओं के माहौल में हो रहे बड़े- याना
बेंगलुरु में अपने बच्चों की परवरिश के बारे में बात करते हुए, याना ने कहा कि भारत में बड़े होने से बच्चे मजबूत, जागरूक और खुले विचारों वाले बनते हैं. उन्होंने बताया कि उनके बच्चे कई कल्चर और भाषाओं वाले माहौल में बड़े हो रहे हैं, जो उन्हें विविधता का सम्मान करना और सादी चीज़ों की कीमत समझना सिखाता है.
भारत की सादगी से रूसी कपल को है प्यार
याना ने भारत की सादी, रोज़मर्रा की ज़िंदगी के लिए भी अपना प्यार ज़ाहिर किया. उनके अनुसार, यहाँ ज़िंदगी दिखावे के बारे में कम और मतलब के बारे में ज़्यादा है. उन्होंने मौसम की गर्मजोशी, साल भर मिलने वाले ताज़े फलों की भरमार और परिवार के साथ बिताए गए अच्छे समय पर ज़ोर दिया. हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि भारत में रहना हमेशा आसान नहीं होता, कभी-कभी शोर, अफरा-तफरी और अनचाही स्थितियाँ होती हैं. इसके बावजूद, याना ने कहा कि भारत आने के बाद ही उनके परिवार ने सच में ज़िंदगी जीना सीखा, न कि सिर्फ़ एक तय शेड्यूल को फॉलो करना. उनके रूसी परिवार के लिए, भारत अब उनका घर बन गया है.