संबंधित खबरें
'वह मेरे मित्र, दार्शनिक और…'सोनिया गांधी ने Manmohan Singh को याद करते हुए कही ये बात, भावुक हो गए लोग
खुल गई उस रात की काली राज! निकिता ने ऐसा क्या कहा था कि सुन टूट गया था अतुल, डिटेल जान पुलिस का भी ठनका माथा
संयोगों के शहंशाह मनमोहन सिंह ने बदला भारत
पिता की तरह गुणी हैं मनमोहन सिंह की तीनों बेटियां, कर चुकी हैं ऐसे बड़े-बड़े कारनामे, सुनकर नहीं होगा यकीन
कौन हैं Manmohan Singh की पत्नी गुरशरण कौर? रुला देगी पति के प्रति समर्पण की कहानी
ये शख्स देगा Manmohan Singh के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि, जानें अंतिम संस्कार को लेकर क्या कहता है शास्त्र
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
पूरी दुनिया में कोरोना और उसके नया वेरिएंट ओमिक्रॉन ने क्या कम आतंक मचा रखा है जो दूसरी तरफ ह्यूमन इम्यूनो डेफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) के नए वेरिएंट ने दस्तक दे दी। बता दें कि नीदरलैंड्स में वैज्ञानिकों को एचआईवी की एक ऐसी सुपर-म्यूटेंट स्ट्रेन मिली है, जो वायरस के मौजूदा वेरिएंट की तुलना में मरीज को तेजी से बीमार करती है।
रिसर्च के मुताबिक एचआईवी के नए वेरिएंट से सेहत एकदम से खराब हो सकती है। इसलिए इसकी जल्द से जल्द पहचान करके इलाज शुरू करना बेहद जरूरी है। दुनिया भर में नए वेरिएंट के संक्रमण को रोकने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि इसके लगातार फैलने से वायरस में खतरनाक म्यूटेशन्स हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं क्या है एचआईवी का नया वेरिएंट, कितना खतरनाक है।
आपको बता दें कि (VB variant AIDS) एचआईवी से संक्रमित होने पर लोगों में एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशिएंसी सिंड्रोम (एआईडीएस) की स्थिति बनती है। यह वायरस आमतौर पर असुरक्षित यौन संबंध बनाने से फैलता है। यह मरीज के शरीर में मौजूद सीडी4 नाम के इम्यून सेल्स को खत्म कर देता है। इससे लोगों को जुकाम जैसी छोटी बीमारियां बहुत आसानी से हो जाती हैं। फिलहाल एचआईवी/ एआईडीएस का कोई परमानेंट इलाज नहीं है। इससे केवल बचा जा सकता है।
VB वेरिएंट का वायरल लोड भी मौजूदा स्ट्रेन के मुकाबले 3.5 से 5.5 गुना ज्यादा है। वायरल लोड का मतलब शरीर में वायरस के मल्टीप्लाई होने की गति है। हालांकि, सही समय पर इलाज शुरू हो जाने पर मरीज के इम्यून सिस्टम की रिकवरी और जीवित रहने की संभावना बाकी एचआईवी स्ट्रेन के मरीजों के समान होती है। फिलहाल नीदरलैंड्स में इसके 109 मामले सामने आए हैं।
READ ALSO : One More Covid 19 Vaccine स्पुतनिक लाइट वैक्सीन को मंजूरी
वैज्ञानिकों का कहना है कि एचआईवी के नए वेरिएंट से 30 साल की उम्र के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं।हालांकि इसका मतलब ये नहीं है कि श्इ सिर्फ युवाओं को संक्रमित कर रहा है। यह बुजुर्गों में भी तेजी से फैलने में सक्षम है। रिसर्च अनुसार, इस वेरिएंट का मरीज संक्रमण की पहचान से एडवांस एचआईवी तक सिर्फ नौ महीने में पहुंच जा रहा है।
रिसर्च में पता चला है कि वीबी वेरिएंट पर एचआईवी के इलाज में इस्तेमाल होने वाली पुरानी दवाएं असरदार हैं। इस संक्रमण के इलाज में प्रमुख तौर पर एंटीरेट्रोवायरल ड्रग्स का यूज किया जाता है। स्टडी अनुसार, एक मरीज पर इन ड्रग्स का इस्तेमाल करके उसे एआईडीएस की स्टेज में जाने से बचाया गया है।
Also Read : Covid Vaccination भारत के टीकाकरण सर्टिफिकेट को 113 देशों में मान्यता
Read More : Corona Kavach Covid 19 Insurance Policy 500 से 6 हजार रुपए प्रीमियम, कवर 50 हजार से 5 लाख
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.