पिछले कुछ दिन से दिल्ली सहित उत्तर भारत में चल रही थी भीषण लू
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Weather Today 14th April Evening Update भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की भविष्यवाणी के अनुसार उत्तर भारत के कुछ मैदानी इलाकों हरियाणा व पंजाब में आज शाम को आंधी के साथ तेज हवाएं चली और चिलचिलाती गर्मी से लोगों को राहत मिली। अगले सप्ताह के शुरू में फिर साफ होने के साथ ही गर्मी तेज होने के आसार हैं। आज देर शाम तक मौसम इसी तरह का बना रहा और लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली। पिछले कुछ दिन से दिल्ली सहित उत्तर भारत (north india) में भीषण लू चल रही थी।
दिल्ली के लोगों को नहीं मिली राहत
ेदेश की राजधानी दिल्ली (delhi) में हालांकि आज मौसम में किसी तरह का बदलाव नहीं आया जिसके कारण लोगों को गर्मी से कोई राहत नहीं मिली है। शाम तक यहां धूप खिली रही और लोग गर्मी से तरबतर होते रहे। कुछ दिन से राजधानी में पारा 40 के आसपास रह रहा है।
हिमाचल प्रदेश व जम्मू-कश्मीर में भी आंधी व बारिश
आईएमडी (IMD) ने कल कहा था कि जम्मू-कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है ओर 13 और 14 अप्रैल को आंधी चलेगी। इसी के साथ हवाएं चलेगी और बारिश का भी अनुमान जताया था। इसी के अनुसार हिमाचल व कश्मीर (Himachal and Kashmir) में कई जगह आंधी चलने की सूचना है और ऊपरी इलाकों के अलावा निचले क्षेत्रों में भी बारिश हुई।
आईएमडी की पहली भविष्यवाणी, इस बार मानसून सामान्य रहेगा
आईएमडी (IMD) ने मानसून पर अपनी पहली भविष्यवाणी करते हुए आज कहा कि देश में इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून के मौसम में सामान्य बारिश के आसार हैं। 2019, 2020 और 2021 में चार महीने के दक्षिण-पश्चिम मानसून सीजन में देश में सामान्य बारिश हुई थी। जून से सितंबर के दौरान औसत बारिश अब 868.6 मिमी मानी जाएगी, पहले 880.6 मिमी थी।
मानसून में भी रहेगा ला-नीना : IMD
IMD के अनुसार ला नीना की स्थिति मानसून के दौरान जारी रहने की संभावना है। वर्तमान में भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र में ला नीना मौजूद है। कुछ दिन पहले प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट ने भी मानसून का पूर्वानुमान जारी किया था, इन दोनों पूर्वानुमानों में महज एक फीसदी का ही अंतर है।
हरियाण : किसान जल्द करें फसलों की कटाई : कृषि विज्ञान केंद्र
किसान बारिश से डरे थे और आज शाम हरियाणा में कई जगह मौसम में खराबी के कारण उनके हाथ-पांव फूल गए। धूल भरी तेज आंधी चलने से तापमान में गिरावट आई है पर ज्यादा बारिश हुई तो किसान की फसल बर्बाद हो जाएगी। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक रमेश वर्मा का कहना है कि किसानों को जल्द से जल्द फसल की कटाई करनी चाहिए। जिससे मौसम का फसल पर असर नहीं आए। खान के इंतजार में कैथल जिले की मंडियों में खुले में गेहूं के 5 लाख बैग पड़े हैं। मंडियों में पिछले एक सप्ताह से गेहूं खरीद कार्य चल रहा है। तेजी से हो रही गेहूं की आवक के चलते अब मंडियां गेहूं से लबालब भर रही है। उठान की प्रक्रिया हमेशा की तरह इस बार भी लाचार नजर आ रही है।
कैथल : नई अनाज मंडी में खुले में पड़े हैं गेहंू के पांच लाख बैग
कैथल में नई अनाज मंडी के प्रधान श्याम लाल ने बताया कि शहर की तीनों मंडियों में इस वक्त 5 लाख कट्टे उठान के इंतजार में खुले में पड़े हैं। मंडियों में पर्याप्त मात्रा में शेड उपलब्ध नहीं है। जिससे गेहूं को भीगने से बचाया जा सके अकेले डीएफएससी विभाग के 2 लाख 70 हजार से अधिक बैग पड़े हैं। अगर स्पेशल गाड़ी लगती है तो कुछ उठान हो जाता है नहीं तो अभी तक खरीद के बाद गेहूं मंडियों में ही पड़ा है। डीसी प्रदीप दहिया ने बताया कि जिला में विभिन्न एजेंसियों द्वारा बुधवार तक 3 लाख 27 हजार 420 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद गई है। उन्होंने कहा कि खरीद एजेंसियों को जल्द उठान करने के निर्देश दिए गए हैं।
इस तरह रहा मौसम का हाल
हिसार मौसम विज्ञान केंद्र के मदनलाल खीचड़ ने बताया कि आज कैथल का न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस रहा। शाम को 7 से 25 किलोमीटर की रफ्तार से धूल भरी आंधियां चली। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक रमेश वर्मा ने बताया कि तापमान बढ़ने से लो लाइंग एरिया में हवा का दबाव बन जाता है। जिसके कारण धूल भरी आंधियां चलती है। इन आंधियों के कारण गेहूं की फसल को अधिक नुकसान नहीं है। केवल जिन किसानों ने खेतों में भूसा निकाल रखा है। उन्हें अधिक नुकसान है। फिलहाल बरसात आने की कोई संभावना नहीं है।