संबंधित खबरें
कांग्रेस के बुरे दिन बरकरार! हरियाणा, महाराष्ट्र के बाद इस राज्य से आई बुरी खबर, सहयोगी ने ही दे दिया बड़ा घाव
विपक्ष के लगातार अमित शाह पर किए जा रहे हमलों का बीजेपी ने निकाला तोड़, पार्टी जल्द शुरू करेगी ये काम, कांग्रेस और सपा की उड़ने वाली है नींद
'वीटो लगाने की अनुमति नहीं देगा…' जाने बिना नाम लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने किस देश की लगा दी क्लास?
जंगल में मिला 52 किलो सोना और 10 करोड़ रुपए, आखिर किसने छुपाई करोड़ों की संपत्ति, जब पुलिस को पता चला तो फटी रह गई आंखें
अपने पापों का प्रायश्चित करेंगे एकनाथ शिंदे? अचानक उठाया ऐसा कदम, महाराष्ट्र की राजनीति में आ गया भूचाल, भाजपाइयों के उड़ गए होश
मयूरभंज में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, कोल्ड ड्रिंक की बोतलों में छुपाई 171 लीटर देसी शराब जब्त
India News(इंडिया न्यूज), Godhra Kand: 15 नवंबर 2024 को रिलीज हो रही फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ ने एक बार फिर गुजरात दंगे की कहानी को जीवित कर दिया है। दरअसल इस फिल्म का टीजर रिलीज हुआ है, जिसमें विक्रांत मेसी मुख्य भूमिका में नजर आ रहे हैं। वो पत्रकार की भूमिका निभाते हुए नजर आ रहे हैं। ऐसे में ये सवाल उठ रही है कि आखिर 27 फरवरी 2002 को साबरमती एक्सप्रेस में ऐसा क्या हुआ था जिसका सच तलाशने की कोशिश इस फिल्म में की जा रही है। तो चलिए इसके बारे में जानते हैं। दरअसल 27 फरवरी 2002 में गोधरा कांड (Gujarat Godhra Kand) हुआ था। इस घटना के बाद 27 फरवरी का दिन एक दुखद घटना के साथ इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया।
जानकारी के अनुसार, गुजरात के गोधरा स्टेशन से जब साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन रवाना होती है तो ट्रेन की चैन पुलिंग कर ट्रेन रोक दी जाती है। फिर उसके बाद साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन की एक बोगी को हिंसक और उन्मादी भीड़ आग के हवाले कर देती है। इस घटना में अयोध्या से लौट रहे 59 कारसेवकों की मौत हो गई थी, जिसके बाद पूरे गुजरात में दंगे भड़क उठे थे।
हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, साबरमती एक्सप्रेस से हिंदू तीर्थयात्री अयोध्या से वापस लौट रहे थे। जब ट्रेन 27 फरवरी 2002 को गुजरात के पंचमहल जिले में पड़ने वाले गोधरा स्टेशन पहुंची। ट्रेन जैसे ही इस स्टेशन से रवाना होती है इसी दौरान कोई चेन खींचकर गाड़ी रोक देता है और फिर पथराव के बाद ट्रेन के एक डिब्बे को आग के हवाले कर देता है। इस ट्रेन के S-6 कोच में अग्निकांड की घटना में 59 लोगों की मौत हो गई थी।
हम आपको बतातें चलें कि, अयोध्या से लौट रहे श्रद्धालुओं से भरी ट्रेन साबरमती एक्सप्रेस कीबोगी को आग के हवाले कर दिया गया था। इस मामले में 1500 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इस घटना के बाज पूरे गुजरात में सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी और जान-माल का भारी नुकसान हुआ। बिगड़ते हालात को देखते हुए उस समय में भारत के प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी ने लोगों से शांति की अपील कर दी थी। अगर हम सरकारी आंकड़ों की मानें तो गुजरात दंगे में लगभग 1200 लोगों की मौत हो गई थी।
ऐसी स्त्रियां लाती है पति के लिए भर-भर के सौभाग्य, मां लक्ष्मी का होती है साक्षात रूप?
हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, अयोध्या से लौट रही साबरमती एक्सप्रेस की एक बोगी को आग के हवाले कर दिया गया था। जिसमें 59 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें 23 पुरुष और 15 महिलाओं और 20 बच्चों सहित 58 लोग साबरमती एक्सप्रेस के कोच नंबर S6 में जिंदा जला दिए गए थे। उन लोगों को बचाने की कोशिश करने वाले एक व्यक्ति की भी 2 दिनों के बाद मौत हो गई थी।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.