संबंधित खबरें
Imran Khan को लगा बड़ा झटका, परिवार के इस सदस्य को हुई 10 साल की सजा
चीन में मुर्दाघर के मैनेजर की निकली वैकेंसी, लेकिन नैकरी मिलने से पहले करना होगा ये डरावना काम, शर्त और सैलरी जान उड़ जाएगी होश
क्रिसमस में बांग्लादेश ने ईसाइयों के साथ किया ये घिनौना काम, जान कांप जाएगी रूह…दुनिया भर में मचा हंगामा
भारत में बैठी Sheikh Hasina ने बांग्लादेश में किया खेला? अचानक सचिवालय में लगी भीषण आग.. जलकर राख हो गए अवामी लीग के भ्रष्टाचार से जुड़े कागजात
इंटेलिजेंस एजेंसी के साथ मिलकर मोहम्मद यूनुस ने रची बड़ी साजीश, खुलासे के बाद देश भर में मचा हंगामा, क्या एक बार फिर बांग्लादेश में होने वाला है कुछ बड़ा ?
2050 तक भारत में होंगे सबसे ज्यादा मुसलमान! रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा, जानें कितनी होगी हिन्दुओं की संख्या
International News: दो साल के बच्चे का दिल अचानक काम करना बंद कर दे, ऐसी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता है। मगर कनाडा के दक्षिणी-पश्चिमी अंटोरियो के पेट्रोलिया में ऐसा सच में हुआ है। यहां एक डे केयर में करीब 2 साल का बच्चा वेलॉन सॉन्डर्स अचानक पूल में गिर गया। जिसके बाद 20 महीने के इस बच्चे के दिल ने धड़कना बंद कर दिया। जिसके बाद फायरफाइटर्स बच्चे को एलेनोर एंगलहार्ट अस्पताल लेकर पहुंचे। फिर उसे बच्चे के दिल ने धड़कना शुरू किया। यह पूरी घटना 24 जनवरी की है।
एंगलहार्ट हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने इस बच्चे को बचाने के लिए काफी हैरान कर देने वाली कोशिशें कीं। जिसके चलते इस बच्चे की नई जिंदगी वापस देने का श्रेय इन डॉक्टरों को दिया जा रहा है। CBC न्यूज के अनुसार, जिस जगह यह घटना हुई उस जगह का नाम पेट्रोलिया है। जो संदन से लगभग 100 किलोमीटर दूर है। यहां पर संसाधन न के बराबर थे। पेट्रोलिया में डॉक्टर्स भी मौजूद नहीं थे। जिसके कारण बच्चे को बचाना काफी चुनौतीपूर्ण था। लैब वर्कर्स और नर्स ने अपना सारा काम छोड़कर इस बच्चे को बचाने में पूरी कोशिश लगा दी।
After falling through ice covering the pool at his babysitter’s house, as many as 30 individuals between Petrolia's Charlotte Eleanor Englehart Hospital & Children’s Hospital worked to save Waylon.
Read how skill, determination & teamwork saved his life: https://t.co/hZXVERGuPR pic.twitter.com/jj99anTnpY
— London Health Sciences Centre (@LHSCCanada) February 16, 2023
बता दें कि लैब वर्कर्स और नर्स ने करीब 3 घंटे तक बच्चे को सीपीआर दिया। लंदन साइंस सेंटर की ओर से एक रिलीज जारी कर इसकी जानकारी दी गई है। सेंटर ने बताया, “जब मेडिकल स्टाफ ने सुना कि वेलॉन आ रहा है तो हर कोई मदद के लिए आगे आ गया।” डॉक्टर टेलर ने कहा, “दरअसल यह एक पूरी टीम की कोशिश थी। लैब में काम करने वाले तकनीशियंस ने कमरों में एक ही प्वाइंट पर हीटर रखा हुआ था। ईएमस कर्मी कंप्रेसर के जरिए उसे सांस देने की कोशिशों में लगे थे। साथ ही साथ नर्सें भी माइक्रोवेव के पानी को गर्म रखा गया। लंदन में टीम ने हमें पूरी मदद की।”
वेलॉन नाम के इस 2 साल के बच्चे को 6 फरवरी को घर भेज दिया गया है। उसके परिवार को पूरा भरोसा है कि वह घर पर जल्द से जल्द पूरी तरह ठीक हो जाएगा। हालांकि वह इस बात को जानते हैं कि वेलॉन को ठीक होने में अभी काफी वक्त लगेगा। डॉक्टर टेलर और टिजसेन ने कहा कि बच्चे की जान बचाना एक टीम वर्क था, जिसके कारण आज बच्चा जिंदा है।
Also Read: वित्त मंत्रालय ने पेश की मंथली इकोनॉमिक रिव्यू रिपोर्ट, बजट से विकास को मिलेगी रफ्तार!
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.