संबंधित खबरें
कट्टरपंथियों का काल बना ये हिंदू योगी, अब बांग्लादेश ने कर दी उसकी ऐसी हालत, लाल हुई भारत की आंखें
अमेरिका-चीन की गंदी चाल पर भारत को आया गुस्सा, कही ऐसी बात कि याद रखेंगी जो बाइडेन और जिनपिंग की 7 पुश्तें
मौलाना का गला रेतकर पाकिस्तानी सेना की चौकी पर लटकाया, PM Shehbaz को दे डाली खुली चुनौती, शिया-सुन्नी के बीच खूनी जंग में 150 लोगों का उठा जनाजा
नाटो ही नहीं धरती को कई बार तबाह कर सकते हैं इस देश के परमाणु बम…पीएम मोदी के खास मित्र का घूमा माथा तो खत्म हो जाएगी दुनिया
'धरती का भगवान' कैसे बना हैवान, 87 महिलाओं से रेप, मिले ऐसे अश्लील वीडियो, देखकर कांप गई पुलिसवालों की रूह
Netanyahu को इस 'विभीषण' ने दिया धोखा, होने वाला है शेख हसीना वाला कांड? जानें क्यों अपने लोग बन गए कट्टर दुश्मन
इंडिया न्यूज, न्यूयार्क (Biden): अमेरिका में 2 महीने बाद नवम्बर में मध्यावधि चुनाव होने हैं। इसको लेकर अभी शोध-प्रतिशोध शुरू हो गया है। इसी कड़ी में राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने पूर्ववर्ती डोनाल्ड ट्रंप पर हमला करते हुए कहा कि वह और उनके समर्थक अमेरिकी लोकतंत्र के लिए खतरा हैं।
पेंसिल्वेनिया में बाइडेन ने कहा कि मेगा ताकतें इस देश को पीछे ले जाने के लिए प्रति दृढ़ हैं। वह उन सभी 7.4 करोड़ अमेरिकी निवासियों की निंदा नहीं कर रहे हैं जिन्होंने दो साल पहले ट्रम्प को वोट दिया था। उन्होंने कहा कि हर रिपब्लिकन नहीं, यहां तक कि अधिकांश रिपब्लिकन भी मैगा रिपब्लिकन नहीं हैं।
ट्रम्प का नाम लिए बिना उन पर हमला करते हुए बाइडन ने कहा कि हमारे देश में आज बहुत कुछ ऐसा हा रहा है, जो सामान्य नहीं है। डोनाल्ड ट्रंप और एमएजीए (मेक अमेरिका ग्रेट अगेन) अभियान से जुड़े रिपब्लिकन अतिवाद का प्रतिनिधित्व करते हैं और वे हमारे लोकतंत्र के लिए खतरा हैं।
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि एमएजीए से जुड़ी ताकतें देश को पीछे ले जाने पर उतारू हैं। उनकी मंशा अमेरिका को उस जगह पर पहुंचाना है, जहां चुनाव का अधिकार, गोपनीयता का अधिकार, गर्भपात का अधिकार, जिससे पसंद करते हैं उससे शादी करने का कोई अधिकार न हो। वे राजनीतिक हिंसा को बढ़ावा देते हैं।
अमेरिकी लोकतंत्र के उद्गम स्थल इंडिपेंडेंस हॉल के सामने खड़े होकर बाइडन ने उनके सोल आफ द नेशन भाषण को सुनने पहुंचे सैकड़ों लोगों से कहा कि समानता और लोकतंत्र पर हमले हो रहे हैं। वहीं हाउन माइनॉरिटी के नेता केविन मैककार्थी ने एमएजीए की विचारधारा की निंदा करने के लिए बाइडन से माफी मांगने की मांग की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बाइडन ने अपने साथी अमेरिकियों को विभाजित करने और उन्हें नीचा दिखाने का विकल्प चुना है। क्यों? सिर्फ इसलिए कि वे उनकी नीतियों से सहमत नहीं हैं। यह नेतृत्व नहीं है।
ये भी पढ़े : म्यांमार की अपदस्थ नेता आंग सान सू की को 3 साल जेल
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.