इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने हाल ही में कहा था कि युद्ध के अंत की शुरुआत हो गई है। आपको बात दें, खेरसॉन में रूसी सेना के पीछे हटने के बाद उन्होंने ये बयान दिया था। यूक्रेन के राष्ट्रपति के इस बयान के एक दिन बाद ही कीव में 2 धमाके होने की खबर सामने आई है। ज्ञात हो, मंगलवार, 15 नवंबर 2022 को कीव में कम से कम दो धमाकों की आवाज सुनाई दी है। इन धमाकों के बार धुएं का गुबार उठते हुए देखा गया है।
रॉयटर्स के मुताबिक, राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने बाली में बैठक कर रहे 20 देशों के समूह के नेताओं को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित किया और उनके इस संबोधन के कुछ घंटों बाद यूक्रेन भर में रूस की ओर से हवाई हमले की चेतावनी दी गई। इस चेतावनी के बाद दो विस्फोट हुए, जिसकी गूंज कीव शहर ने सुनी और धुआं उठता देखा। वहीं, यूक्रेन की वायु सेना के प्रवक्ता का कहना है कि रूस ने देशभर में किए हमलों में लगभग 100 मिसाइलें दागीं।
आपको बता दें, खेरसॉन से बाहर निकलने के बाद रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर हमला तेज कर दिया है। मंगलवार को रूसी सेना की ओर से कीव पर दो खतरनाक मिसाइल हमले में दो आवासीय इमारतों को निशाना बनाया गया है। हमले के बाद शहर में खतरे का सायरन भी बजने लगा था। खेरसॉन से रूसी सेना की वापसी के बाद यह सबसे बड़ा हमला है। वहीं, यूक्रेन की ओर से तैनात एयर डिफेंस सिस्टम ने रूस के कई मिसाइलों को मार भी गिराया। जिसके बाद यूक्रेनी अधिकारियों ने आपातकालीन बिजली आपूर्ति बंद करने (ब्लैकआउट) की घोषणा की। रूस ने ऊर्जा और अन्य प्रतिष्ठानों पर हमला किया जिसके तुरंत बाद राजधानी कीव सहित अन्य स्थानों पर बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई।
यूक्रेन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने स्थिति को “गंभीर” बताया और देशवासियों से बिजली के उपयोग में कटौती करने का आग्रह किया। बिजली प्रदाता कंपनी डीटीईके ने राजधानी में आपातकालीन ‘ब्लैकआउट’ की घोषणा की। अधिकारियों ने अन्य जगहों पर भी इसी तरह के कदमों की घोषणा की है। कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने कहा कि शहर में एक आवासीय इमारत में एक शव मिला है। रूस ने इस इमारत को निशाना बनाया था।
आपको बता दें, जेलेंस्की के संबोधन के बाद रूस ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रूस ने नए मिसाइल हमले के साथ जी-20 में जेलेंस्की की पावरफुल स्पीच का जवाब दिया है। राष्ट्रपति स्टाफ के प्रमुख एंड्री यरमक ने ट्विटर पर लिखा कि क्या कोई गंभीरता से सोचता है कि क्रेमलिन वास्तव में शांति चाहता है। ये आज्ञा का पालन करना चाहता है। अंत में आतंकवादी हमेशा हारते हैं।
ज्ञात हो, जेलेंस्की ने कहा था कि हम रूस के अस्थायी रूप से कब्जे वाले क्षेत्रों में धीरे-धीरे आगे बढ़ रह रहे हैं। खेरसॉन की सड़कों पर चलते हुए जेलेंस्की ने कहा कि खेरसॉन को रूसी सैनिकों से आजाद करना युद्ध के अंत की शुरूआत है। जेलेंस्की ने इस बात को भी स्वीकार किया था कि रूस से खेरसॉन के वापस लेने में बड़ी संख्या में लोग मारे गए हैं। आपको बता दें, अभी भी खेरसॉन के लगभग 70 प्रतिशत हिस्से पर रूस का नियंत्रण है। जानकारी हो, हाल ही में जेलेंस्की ने खेरसॉन का दौरा सेना और नागरिकों का हौसला बढ़ाने के लिए किया था।