संबंधित खबरें
खत्म हुआ 13 महीना चला संघर्ष, इजरायल ने इस मुस्लिम देश के साथ कर लिया सुलह, क्या अब रुक जाएगी तबाही?
भारत के इस पड़ोसी देश में बने ग्रहयुद्ध जैसे हालात… हिंसक झड़पों में छह सुरक्षाकर्मियों की हुई मौत, जाने क्या है मामला?
उल्टा चोर कोतवाल को डांटे, बांग्लादेश में बैन हो जाएगा इस्कॉन! यूनुस ने चली नई चाल, जानें क्या है मामला
बांग्लादेश में हिंदू पुजारी का केस लड़ रहे मुस्लिम वकील के साथ Yunus की पुलिस ने ये क्या कर दिया? सुनकर हिल गई पूरी दुनिया
हिंदुओं को एक-एक…कट्टरपंथियों की साजिश का वीडियो आया सामने, देखकर खोल जाएगा सभी हिंदुओं का खून
बांग्लादेश में हिंदूओं पर हो रहे अत्याचार का Amit Shah के 'लाल' ने लिया बदला? IPL 2025 की मेगा नीलामी में हुआ बड़ा खेला
India News (इंडिया न्यूज), Cousin Marriages In Pakistan : पाकिस्तान के कराची में स्थित डोव यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस (DUHS) ने एक हैरान कर देने वाला खुलासा किया है। यूनिवर्सिटी की तरफ से जानकारी दी गई है कि कजिन मैरिज यानी कि चचेरे, ममेरे भाई-बहनों के बीच होने वाली शादियों की वजह से कई तरह की बीमारियां पैदा हो रही हैं। इसके बाद से एक्सपर्ट्स ने कजिन मैरिज बढ़ने से आनुवंशिक विकारों में आई तेजी की वजह से चिंता जताई है। जीनोमिक डिसऑर्डर एंड रिसेसिव डिसऑर्डर पर बात करते हुए विशेषज्ञों ने पाकिस्तान में कजिन मैरिज की बढ़ती दर पर फिक्र का इजहार किया है। पाकिस्तानी टीवी चैनल जियो टीवी की रिपोर्ट के अनुसार डॉक्टर स्टाइलियानोस एंटोनाराकिस ने बताया कि आनुवंशिक परिवर्तनशीलता (जेनेटिक वेरिएबिलिटी) विकास को बढ़ा सकती है लेकिन इसका एक बड़ा खतरा ये है कि ये आनुवंशिक विकारों (जेनेटिक डिसॉर्डर) का बोझ भी डालती है।
आकड़ो के मुताबिक पड़ोसी देश पाकिस्तान में होने वाली शादियों में से करीब 65 प्रतिशत कजिन मैरिज होती हैं। देश के कुछ समुदायों में कजिन मैरिज की दर 85 फीसदी तक है। इसी को लेकर DUHS के वाइस चांसलर प्रोफेसर सईद कुरैशी के मुताबिक सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक कारणों से कजिन मैरिज का चलन बढ़ा है। उन्होंने कहा, ‘हालांकि इसके कुछ जैविक लाभ हैं लेकिन ये बच्चों में रिसेसिव और डोमिनेंट जेनेटिक विकारों का जोखिम काफी बढ़ा देता है।’
वहीं आगा खान विश्वविद्यालय की अम्बरीन फातिमा ने भी पाकिस्तान में चचेरे भाई-बहनों के बीच विवाह के चलते आनुवंशिक विकारों के बारे में चिंता जताई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एक्सपर्ट ने एक मत से कहा कि सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।
एक्सपर्ट के मुताबिक जिन परिवारों में आपस में शादियां होती हैं। वहां थैलेसीमिया, माइक्रोसेफली जैसी आनुवंशिक बीमारियां आम हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में कजिन मैरिज की दर को देखते हुए स्वास्थ्य सेवा हस्तक्षेप की जरूरत है। प्रोफेसर अताउर्रहमान ने आनुवंशिक बीमारियों से निपटने के लिए वैज्ञानिक विकास के महत्व पर जोर दिया।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.