होम / India-Canada Row: कनाडा के हाई कमिश्नर का भारत से रिश्तों पर बड़ा बयान, जानें क्या कहा

India-Canada Row: कनाडा के हाई कमिश्नर का भारत से रिश्तों पर बड़ा बयान, जानें क्या कहा

Rajesh kumar • LAST UPDATED : January 12, 2024, 10:22 am IST

India News (इंडिया न्यूज),India-Canada Row: भारत और कनाडा के बीच पिछले कुछ महीनों से रिश्ते तनावपूर्ण हैं और इसके लिए प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को जिम्मेदार ठहराया जाता है। कनाडा के पीएम ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का नाम घसीटा था, जिसके बाद दोनों देशों के रिश्तों में कड़वाहट आ गई थी। इस बीच भारत में कनाडा के उच्चायुक्त कैमरन मैके ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारत और कनाडा के रणनीतिक हित सही दिशा में हैं। सरकारें जो कर रही हैं उन्हें करने दें, सरकारों को कूटनीति करने दें, लेकिन हर कोई जानता है कि लंबी अवधि में, कनाडा के रणनीतिक हित और भारत के रणनीतिक हित जुड़े हुए हैं।

‘हमारे दोनों देशों के हित में यह काम’

कैमरन मैके ने यह बयान वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के एक सत्र के दौरान दिया। उन्होंने कहा कि पिछले महीनों में हमारे दोनों देशों के बीच कुछ तनाव रहा है। यह कोई रहस्य नहीं है, लेकिन मैं यहां और विदेशों में व्यापार समुदाय के नेतृत्व और दृष्टिकोण से ऐसे व्यापार और निवेश संबंध को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित हूं जो हमारे दोनों देशों के हित में है।

कैमरून मैके ने क्या कहा?

उन्होंने कहा कि व्यापार संबंध रोजगार सृजन, प्रौद्योगिकी साझाकरण और दोनों देशों की समृद्धि का समर्थन करेंगे। उच्चायुक्त ने कहा, मेरी सरकार और भारत सरकार और दोनों तरफ के व्यापारिक समुदाय को मेरी सलाह है कि सरकारें जो कर रही हैं उन्हें करने दें, सरकार को कूटनीति करने दें, लेकिन हर कोई जानता है कि लंबी अवधि में कनाडा की रणनीतिक हित और भारत के रणनीतिक हित जुड़े हुए हैं।

‘व्यापारिक स्तर पर संबंध मजबूत’

उन्होंने कहा कि इस बीच आइए व्यापारिक स्तर पर संबंध बनाएं। हमें अपने व्यापार और देशों को फिर से मित्रवत बनाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। मैके ने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार संबंध राजनयिक विवाद से अप्रभावित रहे हैं। उन्होंने कहा, 100 से अधिक भारतीय कंपनियों ने कनाडा में निवेश किया है और 600 से अधिक कनाडाई कंपनियां भारत में मौजूद हैं।

पिछले साल कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा अपने देश में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की संदिग्ध भूमिका का आरोप लगाने के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में कुछ कड़वाहट आ गई थी। भारत ने इस आरोप को बेतुका बताया था।

यह भी पढ़ेंः-

Get Current Updates on News India, India News, News India sports, News India Health along with News India Entertainment, India Lok Sabha Election and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT