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इंडिया न्यूज, श्रीनगर:
जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी (Syed Ali Shah Geelani)के शव को पाकिस्तानी झंडे में लपेटने और कथित राष्ट्र विरोधी नारेबाजी के मामले में दर्ज एफआईआर को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran khan) ने भारत सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने केस दर्ज होने की एक खबर को ट्विटर पर शेयर करते हुए कहा कि बीजेपी सरकार के तहत भारत का फासीवाद की तरफ बढ़ने का एक और शर्मनाक उदाहरण है। इससे पहले पाकिस्तान ने गिलानी के निधन पर गुरुवार को एक दिन का शोक भी मनाया था। इमरान खान ने रविवार सुबह ट्वीट किया कि कश्मीरी नेताओं में सबसे सम्मानित और सिद्धांतवादी, 92 साल के सैयद अली शाह गिलानी के शव को छीनना और फिर उनके परिवार के खिलाफ केस दर्ज करना, नाजीवाद से प्रेरित आरएसएस-बीजेपी सरकार के तहत भारत का फासीवाद की तरफ बढ़ने का एक और शर्मनाक उदाहरण है। पाकिस्तान समर्थक सैयद अली गिलानी (91) का लंबी बीमारी के बाद बुधवार रात को श्रीनगर में उनके आवास पर निधन हो गया था। जम्मू कश्मीर में तीन से अधिक दशकों तक अलगाववादी मुहिम का नेतृत्व करने वाले गिलानी को उनके घर के नजदीक एक मस्जिद में सुपुर्द-ए-खाक किया गया था। पुलिस ने एक वीडियो फुटेज के आधार पर शनिवार को अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि बडगाम पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि (निवारण) अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की अलग-अलग धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने उस वीडियो का संज्ञान लिया, जिसमें गिलानी का शव पाकिस्तानी झंडे में लिपटा दिखा था। हालांकि, जैसे ही पुलिस शव को अपने कब्जे में लेने के लिए आगे बढ़ी, अलगाववादी नेता के सहयोगियों ने झंडा हटा दिया। गिलानी के निधन के बाद कश्मीर घाटी के अधिकांश हिस्सों में एहतियात के तौर पर शनिवार को तीसरे दिन भी पाबंदियां जारी रहीं थी। मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को शुक्रवार रात बहाल किया गया था, लेकिन शनिवार सुबह फिर से बंद कर दिया गया। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने आम जनता से अपील की है कि घाटी में शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने के उद्देश्य से देश विरोधी तत्वों द्वारा, खासकर सीमा पार से फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान न दें। इससे पहले गिलानी के निधन पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि उन्हें यह जानकर बहुत दुख हुआ। खान ने कहा था, पाकिस्तान का ध्वज आधा झुका रहेगा और हम एक दिन का आधिकारिक शोक मनाएंगे। वहीं राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने भी उनके निधन पर गहरा दुख जताया। उन्होंने पिछले साल गिलानी को पाकिस्तान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-पाकिस्तान से सम्मानित किया था। वहीं शुक्रवार को पाकिस्तान ने भारत के राजनयिक प्रभारी को भी अपने विदेश कार्यालय में तलब किया था और गिलानी की मौत पर कथित आपत्तिजनक आचरण को लेकर विरोध जताया था। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि गिलानी के शव के संदर्भ में भारतीय सुरक्षाबलों के आचरण को लेकर पाकिस्तान ने भारतीय राजनय प्रभारी के समक्ष कड़ी आपत्ति जताई। पाकिस्तान ने आरोप लगाया था कि भारत का आचरण अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानूनों और मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन था।
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