इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
China Favours Taliban In G20 अफगानिस्तान पर जी20 की वर्चुअल बैठक में भी चीन ने तालिबान राग अलापा है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा है कि अफगानिस्तान से सभी वित्तीय प्रतिबंध तत्काल हटा देने ने चाहिए, क्योंकि इसके बिना वहां शांति बहाल नहीं हो सकती है। बैठक में वीडियो लिंक के जरिये से वांग यी के भाषण का हवाला देते हुए चीनी विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान जारी कर उक्त जानकारी दी। मंत्रालय ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के वित्तीय समर्थन के बिना अफगानिस्तान में शांति के अलावा पुनर्निर्माण की भी कल्पना नहीं की जा सकती है। चीनी राजनयिक ने कुछ देशों से आग्रह भी किया कि अफगानिस्तान में वर्तमान कठिन परिस्थिति को अपनी जिम्मेदारियों समझे और अफगान लोगों की मदद के लिए ठोस प्रयास करें।
Wang Yae
वांग यी ने कहा कि अफगानिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार उनकी राष्ट्रीय संपत्ति है, जो वहां के लोगों के लिए होनी चाहिए और उन्हीं के द्वारा उपयोग की जानी चाहिए। ऐसे में अफगानिस्तान पर राजनीतिक दबाव डालने के लिए सौदेबाजी नहीं की जानी चाहिए।
वांग यी ने जी20 की बैठक में इसके सभी सदस्यों से अफगानिस्तान को दबाव मुक्त करने के लिए सक्रिय होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों को भी अफगानिस्तान की गरीबी को कम करने, सतत विकास, लोगों की आजीविका और विकास परियोजनाओं के लिए वित्तीय मदद करनी चाहिए। चीनी विदेश मंत्री ने कहा कि अफगान तालिबान ने एक अंतरिम सरकार की स्थापना की घोषणा की है, जिसका अर्थ है कि उनकी घरेलू और विदेश नीतियों को अभी भी समायोजित किया जा रहा है और अभी पूरी तरह से अंतिम रूप नहीं दिया गया है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अफगानिस्तान के लोगों द्वारा स्वतंत्र रुप से चुनी गई सरकार का समर्थन करना चाहिए।
वांग यी ने बताया कि चीन ने इस माह के शुरू में अफगानिस्तान को 200 मिलियन युआन (30.96 मिलियन डॉलर) मूल्य का अनाज, टीका और अन्य दवाएं तत्काल उपलब्ध कराने की घोषण की थी। इसमें कोविड -19 टीकों की शुरुआती 3 मिलियन खुराक भी शामिल हैं।
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