India News (इंडिया न्यूज), China-India Relation: चीन ने मुंबई में हाल ही में स्थापित ताइवान के ताइपे आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र (टीईसीसी) के कार्यालय को लेकर भारत के समक्ष कूटनीतिक विरोध दर्ज कराया है। एक सवाल के जवाब में गुरुवार (17 अक्टूबर) को चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि दुनिया में केवल एक चीन है और ताइवान चीन के क्षेत्र का एक अविभाज्य हिस्सा है। उन्होंने आगे कहा कि चीन अपने और ताइवान के साथ राजनयिक संबंध रखने वाले देशों के बीच सभी प्रकार के आधिकारिक संपर्क और संवाद का कड़ा विरोध करता है। जिसमें एक-दूसरे का प्रतिनिधित्व करने वाले कार्यालयों की स्थापना भी शामिल है। हमने भारतीय पक्ष के समक्ष गंभीर विरोध दर्ज कराया है।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ ने कहा कि भारतीय पक्ष ने एक-चीन सिद्धांत के प्रति गंभीर राजनीतिक प्रतिबद्धता व्यक्त की है और यह चीन-भारत संबंधों के लिए राजनीतिक आधार के रूप में कार्य करता है। उन्होंने आगे कहा कि चीन भारतीय पक्ष से अपनी प्रतिबद्धताओं का सख्ती से पालन करने, ताइवान से संबंधित मुद्दों को विवेकपूर्ण और उचित तरीके से हल करने का आग्रह करता है। भारत को ताइवान के साथ किसी भी आधिकारिक वार्ता में शामिल नहीं होना चाहिए और चीन-भारत संबंधों को सुधारने की प्रक्रिया में बाधा डालने से बचना चाहिए।
China-India Relation: ताइवान ने मुंबई में चली ऐसी चाल
भारत में TECC ने बुधवार को मुंबई में एक शाखा खोली। जिससे भारत में इसके कार्यालयों की संख्या तीन हो गई। TECC के दिल्ली और चेन्नई में भी कार्यालय हैं। इससे पहले ताइवान ने एक दिन पहले 17 अक्टूबर को मुंबई में ताइपे आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र का उद्घाटन किया। यह भारत में उनका तीसरा कार्यालय है। ताइवान ने कहा कि नए कार्यालय का उद्देश्य महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश और गोवा के साथ-साथ केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली में सेवाएं प्रदान करना है।