India News (इंडिया न्यूज), Flash Marriages Divorces UAE: संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में तलाक की घटनाओं में चिंताजनक वृद्धि हुई है। दरअसल, इस देश में कई शादियां महज कुछ घंटों या दिनों में ही टूट जा रही हैं। यूएई न्याय मंत्रालय की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में चार अमीरात में कुल 448 तलाक दर्ज किए गए, जिनमें से कुछ शादियां 24 घंटे के भीतर ही खत्म हो गईं। यूएई में कुछ तलाक के मामले इतने चौंकाने वाले हैं कि शादी के 24 घंटे के भीतर ही रिश्ता खत्म हो गया।
रिपोर्ट के अनुसार, कुछ तलाक महज 5 दिन, 7 दिन या एक महीने के भीतर दर्ज किए गए। वहीं, कई लंबी अवधि की शादियां भी तलाक में बदल गईं, जिनमें 30 से 47 साल तक साथ रहने वाले जोड़े भी शामिल हैं। कानूनी विशेषज्ञों और सामाजिक शोधकर्ताओं का मानना है कि इन त्वरित तलाक का मुख्य कारण असंगत रिश्ते, गलत जीवनसाथी चुनना, व्यक्तित्व संघर्ष और विवादों को सुलझाने की क्षमता की कमी है।
Flash Marriages Divorces UAE
इसके अलावा सोशल मीडिया और पारिवारिक हस्तक्षेप भी तलाक को बढ़ावा देने वाले कारकों में से हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि आजकल युवा जोड़े रिश्ते बनाए रखने के बजाय जल्दबाजी में अलग होने का फैसला कर रहे हैं।
2024 में दर्ज किए गए 448 तलाक में से 217 मामले शारजाह में, 139 अजमान में, 70 फुजैराह में और 22 उम्म अल-कुवैन में दर्ज किए गए। राष्ट्रीयता के आधार पर, 198 तलाक अमीराती जोड़ों के थे, 135 तलाक प्रवासी जोड़ों के थे, 102 मामलों में अमीराती पति और गैर-अमीराती पत्नी शामिल थे, जबकि 13 मामलों में अमीराती पत्नी और गैर-अमीराती पति थे।
यूएई का व्यक्तिगत स्थिति कानून प्रवासियों को उनके मूल देश के कानूनों के अनुसार विवाह और तलाक की प्रक्रिया का पालन करने की अनुमति देता है, बशर्ते कि यह उनके हित में हो। विशेषज्ञों का मानना है कि विवाह को सफल बनाने के लिए व्यापक सामाजिक प्रयासों की आवश्यकता है। विवाह पूर्व परामर्श और विवाह को बनाए रखने के लिए सही मानसिकता विकसित करना महत्वपूर्ण है।
यूएई सरकार ने वैवाहिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए हाल ही में विवाह कानूनों में संशोधन किया है। नए नियमों का उद्देश्य तलाक की बढ़ती घटनाओं पर अंकुश लगाना और पारिवारिक स्थिरता को मजबूत करना है। विशेषज्ञों ने कहा कि तलाक कोई त्वरित समाधान नहीं है, लेकिन विवाह को कैसे बनाए रखा जाए, इसकी समझ विकसित करना महत्वपूर्ण है। सरकार द्वारा परिवारों को जागरूक करने और विवाह शिक्षा प्रदान करने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि इस बढ़ती समस्या को रोका जा सके।
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