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India News (इंडिया न्यूज़), Gurkha Soldier: नेपाल के उपप्रधानमंत्री पूर्ण खड़का ने मंगलवार को ब्रिटेन से उन गोरखा सैनिकों के लिए सकारात्मक प्रतिक्रिया का आह्वान किया, जो साल 1997 से पहले ब्रिटिश सेना से सेवानिवृत्त हुए थे। खड़का ने ब्रिटेन के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ जनरल के साथ बैठक में इस मांग पर जोर दिया।
बता दें कि सैंडर्स ने मंगलवार को प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ से मुलाकात की और खड़का तथा विदेश मंत्री एनपी सऊद से मुलाकात की। विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, खड़का ने सैंडर्स से 1997 से पहले ब्रिटिश सेना से सेवानिवृत्त हुए गोरखा सैनिकों की चिंताओं को दूर करने और अपने ब्रिटिश समकक्षों के समान समान भत्ते और पेंशन की मांग करने का आग्रह किया।
उन्होंने नेपाल और ब्रिटेन के बीच लंबे समय से चले आ रहे द्विपक्षीय संबंधों के बारे में बात की जो लोगों से लोगों के स्तर तक विस्तारित हो गए हैं। उप प्रधान मंत्री ने यह भी बताया कि दोनों देश लोकतंत्र, मानवाधिकार, कानून के शासन और स्वतंत्रता, मानवीय मूल्यों और गरिमा में समान मूल्य साझा करते हैं।
ब्रिटिश सेना प्रमुख के साथ एक अलग बैठक के दौरान विदेश मंत्री सऊद ने यूके सरकार से पूर्व ब्रिटिश गोरखा सैनिकों की पेंशन के संबंध में मांगों को संबोधित करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि इससे उन्हें न्याय मिलेगा।
जवाब में, सैंडर्स ने आश्वासन दिया। यूके सरकार पूर्व सैनिकों द्वारा रखी गई मांगों के प्रति गंभीर है और कहा कि वह इस मुद्दे को हल करना चाहती है।
उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि ब्रिटिश सरकार नेपाल में अपने भविष्य के सहायता कार्यक्रम में रोजगार पैदा करने और पर्यटन और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करेगी। नेपाली गोरखा लगभग 200 वर्षों से ब्रिटिश सेना का हिस्सा रहे हैं।
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