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Hijabs in UK: यूके में हिजाब मामले पर फिर से मचा बवाल, जानिए क्यों हो रही ल्यूक पेरी द्वारा बनाए गए प्रतिमा की आलोचना

India News (इंडिया न्यूज),Hijabs in UK: हिजाब मुद्दे को लेकर पूरे दुनिया में माहौल गर्माया हुआ है। क्योंकि अब हिजाब से कई देशों में महिलाएं इससे आजादी चाहती हैं। वहीं हिजाब को लेकर यूनाइटेड किंगडम में इन दिनों बातें तेज हो गई है। बता दें कि, यूके में ल्‍यूक पेरी नाम के एक कलाकार ने […]

BY: Shubham Pathak • UPDATED :
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India News (इंडिया न्यूज),Hijabs in UK: हिजाब मुद्दे को लेकर पूरे दुनिया में माहौल गर्माया हुआ है। क्योंकि अब हिजाब से कई देशों में महिलाएं इससे आजादी चाहती हैं। वहीं हिजाब को लेकर यूनाइटेड किंगडम में इन दिनों बातें तेज हो गई है। बता दें कि, यूके में ल्‍यूक पेरी नाम के एक कलाकार ने हिजाब पहनने वाली महिलाओं को श्रद्धांजलि देने के मकसद से कई फीट ऊंची एक प्रतिमा बनाई है। इस प्रतिमा में भी एक महिला को हिजाब पहने दिखाया गया है। जिसके बाद से कलाकार ल्यूक पेरी के द्वारा बनाए गए इस प्रतिमा की आलोचना होने लगा है।

स्ट्रेंथ ऑफ द हिजाब

जानकारी के लिए बता दें कि, कलाकार ल्यूक पेरी ने इस प्रतिमा का नाम ‘स्ट्रेंथ ऑफ द हिजाब’ रखा है। वहीं एक रिपोर्ट में सामने ये बातें आई है कि, ये प्रतिमा दुनिया में अपनी तरह की पहली कलाकृति है। बता दें कि, पेरी इसे इंग्‍लैंड के बर्मिंघम में लगवा रहे हैं। वहीं बात अगर इसकी ऊंचाई की करें तो यह 5 मीटर ऊंची है और इसका वजन एक टन के आसपास है। इसका अनावरण अगले महीने इंग्लैंड के वेस्ट मिडलैंड्स के स्मेथविक में किया जाएगा।

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Hijabs in UK

हिजाब समुदाय अभिन्न हिस्सा- पेरी

वहीं इन आलोचनाओं के बीच पेरी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, हिजाब समुदाय का एक अभिन्न हिस्‍सा है. हिजाबी महिलाओं को हमें समझना चाहिए. उन्होंने बताया कि हिजाब लेडी की प्रतिमा बनाने से पहले इस समुदाय की महिलाओं के साथ काम करना काफी रोमांचक रहा। स्‍टैच्यू बनाने क दौरान काफी विवाद हुआ, लेकिन वह पीछे नहीं हटे। वहीं पेरी ने कहा कि, प्रतिमा लगने के बाद भी काफी विवाद होगा, लेकिन विरोध करने वालों को अपना नजरिया ठीक करना होगा। इसमें सकारात्मकता तलाशने की जरूरत है।

इस प्रतिमा को जहां लगाया जा रहा है वहां पाकिस्तानी मूल के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं. साल 2021 के आंकड़ों के अनुसार, बर्मिंघम में रहने वाले एशियाई मूल के लोगों की संख्या 3 लाख 55 हजार 384 है. इसमें 66 हजार 519 भारतीय हैं जबकि पाकिस्तानियों की संख्या 1 लाख 95 हजार 102 है।

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