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यहां अनजान मर्दों से संभोग करती हैं आदिवासी महिलाएं, आखिर क्यों पुरुष देते हैं बीवियों को इजाजत, इस परंपरा को जान आप पकड़ से सर!

Raunak Pandey • LAST UPDATED : November 19, 2024, 10:30 am IST
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यहां अनजान मर्दों से संभोग करती हैं आदिवासी महिलाएं, आखिर क्यों पुरुष देते हैं बीवियों को इजाजत, इस परंपरा को जान आप पकड़ से सर!

Himba Tribe Tradition: यहां अनजान मर्दों से संभोग करती हैं आदिवासी महिलाएं

India News (इंडिया न्यूज), Himba Tribe Tradition: विश्व 21वीं सदी यानि आधुनिक युग में प्रवेश कर चूका है। इंसान विज्ञान की मदद दिन-प्रतिदिन विकास की नई परिभाषा लिख ​​रहा है। हर दिन वैज्ञानिक कुछ नया खोज कर रहे हैं। लेकिन इस धरती पर अभी भी कई जनजातियां ऐसी हैं, जो आधुनिकता और मानव विकास से परिचित नहीं है। वे आज भी अपनी पुरानी परंपराओं और रीति-रिवाजों का पालन करती हैं। ऐसी ही एक जनजाति नामीबिया में रहती है, इस जनजाति का नाम हिम्बा जनजाति है। इसके बारे में जानने के बाद आप भी हैरान रह जाएंगे। इस जनजाति के लोग अभी भी अपने पूर्वजों द्वारा बनाए गए नियमों का पालन करते हैं। जिसमें कुछ अजीबोगरीब परंपराएं हैं। दरअसल, इस जनजाति की महिलाएं अनजान पुरुषों के साथ संबंध बनाती हैं। इसके लिए उन्हें उनके पतियों द्वारा अनुमति दी जाती है।

हिम्बा जनजाति को लेकर हुआ अजीब खुलासा

बता दें कि, नामीबिया के रेगिस्तानी इलाकों में रहने वाली हिम्बा जनजाति के लोग अपने अनोखे वैवाहिक और नैतिक नियमों के साथ पश्चिमी देशों के मानदंडों या वैश्विक परंपराओं से बिल्कुल अलग हैं। हाल ही में अफ्रीकन हिस्ट्री टीवी पर आई एक डॉक्यूमेंट्री में बड़ा खुलासा हुआ। इस डॉक्यूमेंट्री के अनुसार हिम्बा जनजाति के लिए सेक्स के लिए अपनी पत्नियों को मेहमानों को सौंपना आतिथ्य का सर्वोच्च रूप माना जाता है। इसे मेहमानों का गर्मजोशी से स्वागत करने का एक तरीका माना जाता है। इसके अलावा रूढ़िवादी विवाहों में अक्सर होने वाली यौन ईर्ष्या से बचा जा सकता है। साथ ही हिम्बा जनजाति की महिलाएं बहुत मेहनती होती हैं। वे जनजाति के पुरुषों से ज़्यादा काम करती हैं, जिसमें जानवरों और घरों की देखभाल और खाना बनाना, सफाई करना और बच्चों की देखभाल जैसे घरेलू काम शामिल हैं।

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वर्षों पुरानी परंपरा का करते हैं पालन

दरअसल, हिम्बा लोगों की जीवनशैली नामीबियाई समाज से काफी हद तक अलग है। एक अनुमान के मुताबिक, यहां 50,000 हिम्बा जनजाति के लोग रहते हैं, जिन्होंने अपने पारंपरिक अस्तित्व को जीवित रखा है। इतना ही नहीं, हिम्बा जनजाति के पुरुषों के लिए एक से ज़्यादा पत्नियां रखना आम बात है। लेकिन आबादी पर किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि 70% से ज़्यादा हिम्बा पुरुष कम से कम एक बच्चे की परवरिश करते हैं। जिसके पिता वो नहीं बल्कि कोई और होता है, वे इस सच्चाई को जानते हैं। लेकिन इसके बावजूद वे अपनी पत्नियों के साथ खुशी-खुशी रहते हैं। कहा जाता है कि हिम्बा महिलाओं के लिए तलाक लेना बहुत आसान है। डॉक्यूमेंट्री में बताया गया है कि इस जनजाति में विवाहेतर जन्म या विवाहेतर संबंध कोई बड़ी बात नहीं मानी जाती और हर बच्चे का पालन-पोषण करने के लिए एक सामाजिक पिता होता है।

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डॉक्यूमेंट्री के खुलासे से रह जाएंगे दंग

डॉक्यूमेंट्री में बताया गया है कि हिम्बा जनजाति में पत्नी की अदला-बदली की परंपरा भी है, जो सदियों से चली आ रही है। इसके मुताबिक यहां के पुरुष अपनी पत्नियों को अनजान पुरुषों के साथ रात बिताने की अनुमति देते हैं। इतना ही नहीं, जब कोई मेहमान या अनजान पुरुष किसी और की पत्नी के साथ सो रहा होता है, तो महिला के पति से अपेक्षा की जाती है कि वह दूसरे कमरे में रात बिताए। हालांकि, अब इस जनजाति की जीवनशैली धीरे-धीरे खतरे में आ रही है। जैसे-जैसे नामीबिया में पश्चिमी माहौल फैल रहा है, हिम्बा जनजाति के बच्चे अपने पिछड़े तौर-तरीकों पर शर्म महसूस कर रहे हैं।

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