संबंधित खबरें
कौन लेगा जस्टिन ट्रूडो की जगह? ये हैं तीन संभावित दावेदार
कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने दिया इस्तीफा, कहा-कनाडा के इतिहास में सबसे लंबे समय तक…, क्या भारत के लिए है खुशखबरी ?
दुनिया के सबसे ताकतवर देश से किम जोंग ने लिया पंगा! बैलिस्टिक मिसाइल दाग मचाई तबाही, ट्रंप लेंगे बदला?
अब छुट्टियां नहीं मना पाएंगे यहूदी! इस वजह से बढ़ी नेतन्याहू की मुश्किलें, मुसलमानों ने मनाया जश्न
इस देश में कहां सा आई 13000 गुमनाम लाशें? पीछे की कहानी जान दंग रह गए दुनिया भर के लोग
जस्टिन ट्रूडो के बाद इसके हाथों में होगा कनाडा का भाग्य, अभी से तय हो गया नया प्रधानमंत्री!
India News (इंडिया न्यूज), What Do Iranians Call India: भारत और ईरान के बीच सदियों से अच्छे संबंध रहे हैं। साल 2018 के बाद से जब अमेरिका ईरान पर एक के बाद एक प्रतिबंध लगाए तब भारत और ईरान के बीच व्यापारिक रिश्तों में कमी आई। हालांकि, इस परिस्थिति के बाद भी भारत और ईरान के रिश्ते में तल्खियां नहीं आई है। हाल ही में जब यमन ने भारतीय नर्स निमिषा प्रिया को फांसी की सजा देने की घोषणा की तो ईरान ने इस मामले में यमन सरकार से बात करने की बात कही थी और इस मामले में हरसंभव भारत की मदद करने की पेशकश की थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान में भारत को हिंद कहा जाता है। इसके अलावा ईरान में भारतीय उपमहाद्वीप के लिए हिंदुस्तान शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। आपको बता दें कि, ईरान को दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक माना जाता है। कहा जाता है कि ईरान को पहले फारस के नाम से जाना जाता था। यह पश्चिमी एशिया का एक देश है जिसकी राजधानी तेहरान है
ईरान और भारत के बीच का संबंध 2018 के बाद से बुरा शुरू हुआ। दरअसल, द प्रिंट की रिपोर्ट के अनुसार, “2018 में प्रतिबंध लगाए जाने से पहले भारत के साथ हमारे अच्छे आर्थिक संबंध थे। हमें लगता है कि प्रतिबंधों का सम्मान करते हुए भी व्यापार के अवसर हैं… हमारे तेल निर्यात प्रतिबंधों के अधीन हैं, इसलिए हमें इस मुद्दे (भारत के साथ) को हल करने की आवश्यकता है।” भारतीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अनुसार, भारत ने 2018-2019 में ईरान से 13 बिलियन डॉलर का सामान आयात किया। इनमें से तेल और उसके डेरिवेटिव का हिस्सा 12.37 बिलियन डॉलर था।
हम आपको जानकारी के लिए बता दें क डेटा के अनुसार, वित्त वर्ष 2019-2020 के बाद से ईरान से भारत का आयात सालाना 1 बिलियन डॉलर से कम रहा है और अप्रैल से अक्टूबर 2024 के बीच तेहरान से भारत का आयात 216 मिलियन डॉलर रहा, जो अमेरिका के JCPOA से बाहर निकलने के बाद से व्यापार प्रतिबंधों के प्रभाव को दर्शाता है। ईरानी अधिकारी ने कहा, “तेल और उसके डेरिवेटिव भारत और ईरान के बीच व्यापार को जोड़ने वाली प्रमुख वस्तुओं में से एक थे। यह दुखद है कि भारतीय रिफाइनरियां, जो ईरानी कच्चे तेल का उपयोग करती हैं, अब वैकल्पिक स्रोतों की तलाश कर रही हैं।”
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.