संबंधित खबरें
ट्रेन में सो रहा था यात्री और तभी…शख्स ने पार कर दी हैवानियत की सारी हदें, तस्वीरें और वीडियो देख दहल जाएगा कलेजा
क्या आने वाले समय राष्ट्रपति बनेंगे एलन मस्क? इस सवाल का ट्रंप ने दिया ऐसा जवाब, हिल गए बाकी देश
खाड़ी देशों में बढ़ेगा भारत का रुतबा, कुवैत के साथ हुए कई अहम समझौते, रक्षा के साथ इस क्षेत्र में साथ काम करेंगे दोनों देश
दक्षिण अमेरिकी देश में हुआ जयपुर जैसा अग्निकांड, हादसे में 30 से ज़्यादा लोगों की हुई मौत, जाने कैसे हुई दुर्घटना
जेल में बंद इमरान खान ने कर दिया खेला, हिल गई पाकिस्तान सरकार, शाहबाज शरीफ ने…
क्रिसमस से पहले ब्राजील में मची तबाही, मंजर देख कांप जाएंगी रूहें, कई लोगों की मौत
India News (इंडिया न्यूज़), India-Afghanistan Relation: भारत के प्रवक्ता जेपी सिंह ने काबुल में अफगान अधिकारियों के वरिष्ठ सदस्यों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने अफगानों को भारत की मानवीय सहायता और अफगान व्यापारियों द्वारा चाबहार बंदरगाह के उपयोग पर चर्चा की। जेपी सिंह विदेश मंत्रालय (एमईए) में पाकिस्तान, अफगानिस्तान और ईरान प्रभाग के प्रमुख संयुक्त सचिव हैं। जेपी सिंह ने गुरुवार, 7 मार्च को तालिबान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी के साथ बातचीत की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने अफगान अधिकारियों के वरिष्ठ सदस्यों, पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई, अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन (यूएनएएमए) के अधिकारियों और अफगान बिजनस कम्युनिटी के सदस्यों से मुलाकात की। उन्होंने कहा, प्रतिनिधिमंडल ने अफगानिस्तान के लोगों को भारत की मानवीय सहायता पर चर्चा की और अफगान व्यापारियों द्वारा चाबहार बंदरगाह के उपयोग पर भी चर्चा की।
ये भी पढ़ें- Congress Candidate List: कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी, इन नामों का हुआ ऐलान
एक अफगान रीडआउट में कहा गया है कि जेपी सिंह और मुत्ताकी ने सुरक्षा, व्यापार और नशीली दवाओं का मुकाबला करने के तरीकों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। मानवीय सहायता के लिए मुत्ताकी ने भारत का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान भारत के साथ राजनीतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करना चाहता है।
रीडआउट में कहा गया है कि मुत्ताकी ने अफगान व्यापारियों, मरीजों और छात्रों के लिए भारत द्वारा वीजा जारी करने की सुविधा प्रदान करने का आह्वान किया।
भारत ने अभी तक अफगानिस्तान में तालिबान शासन को मान्यता नहीं दी है और काबुल में वास्तव में समावेशी सरकार के गठन की वकालत कर रहा है। भारत इस बात पर जोर दे रहा है कि अफगानिस्तान इस्तेमाल किसी भी देश के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
भारत ने काबूल में अपने दूतावास में एक टीम फिर से भेजा और राजनयिक संबंध फिर से स्थापित की। अगस्त 2021 में तालिबान द्वारा सत्ता पर कब्ज़ा करने के बाद भारत ने दूतावास से अपने अधिकारियों को वापस बुला लिया था।
ये भी पढ़ें- Manipur: मणिपुर में भारतीय सेना के JCO का घर से अपहरण, कारण जानने में लगी पुलिस
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.