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India News (इंडिया न्यूज), India-Canada Relations: भारत और कनाडा के बीच इस वक्त संबंध काफी खराब दौर पर हैं। खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा भारत पर आरोप लगाने के बाद दोनो देशों के बीच रिश्ते पर खटास आई। ऐसे में कनाडा में कंजर्वेटिव पार्टी ने भारत से साथ बिगड़े संबंधों को लेकर नाराजगी जताई। कनाडा में कंजर्वेटिव पार्टी के प्रमुख और विपक्षी नेता पियरे पोइलिव्रे ने कहा है कि 8 साल तक सत्ता में रहने के बाद पीएम जस्टिन ट्रूडो भारत के साथ संबंधों की कीमत नहीं समझ पाए हैं।
उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, “कनाडा के प्रधानमंत्री बनने पर वह दोनों देशों के बीच संबंधों को बहाल करेंगे। हमें भारत सरकार के साथ पेशेवर संबंध बनाने की जरूरत है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। दोनों देशों के बीच असहमति होना ठीक है, लेकिन दोनों के बीच संबंध पेशेवर होना चाहिए।” उन्होंने कहा कि कनाडा का प्रधानमंत्री बनने पर मैं भारत के साथ संबंधों को बहाल करूंगा।
इसके अलावा जब उनसे भारत से कनाडा के 41 दूतावासों को वापस बुलाने के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने ट्रूडो पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह असक्षम और गैरपेशेवर है। उन्होंने कहा कि आज के समय में भारत सहित दुनिया के कई बड़े देशों से कनाडा के मतभेद हैं।
इसी साल जून में सरे शहर के एक गुरुद्वारे में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी गई थी। इस हत्या के बाद कनाडा में रहने वाले खालिस्तान समर्थकों ने कनाडा सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि ‘इस हत्या में भारत का हाथ था।’ इसके बाद सितंबर में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो संसद में आए और भारत पर निज्जर की हत्या का आरोप लगाया। इसके साथ ही भारत के शीर्ष राजनयिक को भी देश छोड़ने को कहा गया था।
दरअसल, भारत ने ट्रूडो के दावे को खारिज कर दिया और इसे राजनीति से प्रेरित बताया। इसके बाद भारत ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए कनाडाई राजनयिक को देश छोड़ने को कह दिया गया था। यहीं से भारत और कनाडा के रिश्तों में कड़वाहट शुरू हुई।ॉ
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