India News (इंडिया न्यूज), Iran-Israel War: ईरान ने शनिवार और रविवार की दरमियानी रात इजरायल के ऊपर सैकड़ों ड्रोन और मिसाइल से बड़ा हमला बोल दिया। ईरान की आईआरजीसी ने कहा है कि उसने ये हमला यहूदी देश के लगातार अपराधों के जवाब में किया है। हमले के खिलाफ इजरायल की मदद के लिए अमेरिका, ब्रिटेन के साथ दो मुस्लिम देश भी आगे आए हैं। आइए इस खबर में हम आपको बताते हैं कि वो कौन से देश हैं जो इजरायल के बचाव में उतरे हैं।
ईरान का इजरायल से बदला
ईरान ने इजरायल पर बड़ा हमला किया है। ईरान की तरफ से सैकड़ों ड्रोन और मिसाइलों को इजरायल की तरफ दागे हैं, जिनमें से अधिकांश को इजरायल ने हवा में मार गिराने का दावा किया है। लेकिन कुछ इजरायली इलाके में गिरे हैं, जिनमें से एक इजरायली सेना के दक्षिणी बेस पर भी गिरा है। इस बीच बड़ी जानकारी सामने आई है कि ईरानी हमले को रोकने के लिए दो मुस्लिम देशों ने खुलकर इजरायल का साथ दिया है और ईरानी ड्रोन और मिसाइलों को रास्ते में ही ध्वस्त कर दिया। इजरायल के पड़ोसी जॉर्डन ने ईरानी हमले को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है तो क्षेत्र के बड़े और प्रभावशाली मुस्लिम देश सऊदी अरब ने भी इसमें मदद की है। ईरान के इजरायल पर इस बड़े हमले से बचाव में उतरने वाले देशों ने इजरायल का भारी नुकसान होन से बचाया है।
मीडिया रिपोर्ट्स ने इजरायली सेना के सूत्र के हवाले से बताया है कि जॉर्डन के जेट विमानों ने उत्तरी और मध्य जॉर्डन से होकर इजरायल की ओर आने वाले दर्जनों ड्रोन को मार गिराया। जॉर्डन की तरफ से इजरायल की मदद के लिए अपने जेट भेजना एक बड़ा कदम है, क्योंकि अम्मान इसके पहले गाजा में अभियान के लिए इजरायल की भारी आलोचना की है। सूत्रों का कहना है कि ड्रोन जॉर्डन घाटी की ओर हवा में उतारे गए थे और यरूशलम की ओर जा रहे थे। अन्य को इराकी-सीरियाई सीमा के करीब रोक लिया गया था और इजरायल को नुकसान से बचाया।
सऊदी अरब ने दिया सुझाव
सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने क्षेत्र में “सैन्य वृद्धि” पर चिंता व्यक्त की है और “युद्ध के खतरों” को रोकने के लिए सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की है। सऊदी अरब की आधिकारिक एसपीए समाचार एजेंसी की तरफ से जारी किए गए बयान में सऊदी ने संघर्ष का विस्तार होने पर गंभीर परिणाम की चेतवानी दी है। बहुत से देशों का ये कहना है कि शांति से इस मामले को हल किया जाना चाहिए क्योंकि ये विश्व के अन्य देशों के लिए भी चिंता पैदा कर रहा है।
इजरायली सेना के बताया है कि 100 से ज्यादा ईरानी ड्रोन को इजरायली हवाई क्षेत्र में पहुंचने से पहले ही नष्ट कर दिए गए। बयान में कहा गया है कि ड्रोन को अमेरिका और ब्रिटेन ने मार गिराया है। अमेरिकी सेना ने भी इस बात की पुष्टि की है कि उसने इजरायल की तरफ आ रहे ड्रोन को मार गिराया है। इजरायल पर हमला केवल ईरान की तरफ से नहीं हुआ है। लेबनान में ईरान के प्रॉक्सी हिजबुल्लाह ने भी रॉकेट दागे हैं, जबकि यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने भी इजरायल की तरफ ड्रोन भेजे हैं। केवल ईरान का नाम हमले में लेना सही नहीं कहलाएगा।