संबंधित खबरें
हैवानों की सेना से खौफ खा रहे रूसी सैनिक? सीरिया छोड़कर अब इस देश में जमा रहे कब्जा, सुनकर कांप उठेंगे इस्लामिक देश
भारत के खिलाफ टेरर साजिश,ड्रग्स सिंडीकेट,एक्सटॉर्शन और विदेशों से इलीगल आर्म्स के जरिए बब्बर खालसा इंटरनेशनल खालिस्तानी आतंकी संगठन खुद को कर रहे हैं मजबूत। NIA के चार्जशीट से खुलासा
दुनिया से छुपते हुए भारत ने कोरियाई प्रायद्वीप पर कर दिया बड़ा खेला, चीन और पाकिस्तान को नहीं लगी जरा सी भी भनक
सुपरपावर अमेरिका की बढ़ी मुश्किलें, इजरायल को मदद करना पढ़ा महंगा! फ़िलिस्तीनी परिवारों ने उठाया बड़ा कदम
चीन के बदले सुर, अजीत डोभाल के स्वागत में बिछाया रेड कार्पेट, क्या डोनाल्ड ट्रंप हैं इन सब के पीछे?
मोहम्मद यूनुस के करीबी ने दिखाई अपनी औकात, पोस्ट किया कुछ ऐसा भड़क गया भारत, देगा करारा जवाब!
India News (इंडिया न्यूज),Iran Israel War:इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच चल रहा युद्ध विस्फोटक मोड़ पर पहुंच गया है। ईरान ने इजराइल पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। मंगलवार रात करीब 10 बजे ईरान ने इजराइल पर एक के बाद एक करीब 200 मिसाइलें दागीं। ये हमले करीब 30 मिनट तक जारी रहे। ईरान की मिसाइलें इजराइल के आसमान पर बरसती रहीं। इजराइल के आयरन डोम सिस्टम ने कुछ मिसाइलों को आसमान में ही नष्ट कर दिया, जबकि कुछ मिसाइलों को भूमध्य सागर में तैनात अमेरिकी विध्वंसक पोत यूएसएस कोल और यूएसएस बुल्केले ने नष्ट कर दिया। इसके बावजूद ईरान ने दावा किया कि उसकी मिसाइलों ने इजराइल के तीन एयरबेस और मोसाद के मुख्यालय को निशाना बनाया।
ईरान की एजेंसी आईआरजीसी ने दावा किया है कि उसकी 90 फीसदी मिसाइलें इजराइल में अपने सही निशाने पर गिरी हैं। ईरान और इजराइल के बीच की दूरी करीब 2100 किलोमीटर है और ईरान से इजराइल पहुंचने के लिए दो देशों इराक और जॉर्डन को पार करना पड़ता है। ऐसे में इस बात पर चर्चा तेज हो गई है कि ईरान की मिसाइल क्षमता कितनी उन्नत और आधुनिक है, जिसकी वजह से वह इजरायल समेत पश्चिमी देशों के लिए खतरा बन रहा है।
यह युद्ध पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के हमले के बाद शुरू हुआ था। इसके बाद इजरायल ने हमास के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी। अब तक उसने हमास के बुनियादी ढांचे और उसके नेतृत्व को लगभग पूरी तरह से नष्ट कर दिया है, लेकिन यह युद्ध सिर्फ इजरायल और हमास तक ही सीमित नहीं है। इजरायल ने लेबनान पर हमला कर हिजबुल्लाह प्रमुख नरसलाह को मार गिराया है। इजरायली सेना लेबनान में घुसकर ऑपरेशन चला रही है। इजरायल यमन में हूती विद्रोहियों को भी निशाना बना रहा है। अब ईरान द्वारा इजरायल पर मिसाइल दागे जाने के बाद यह युद्ध चार मोर्चों पर शुरू हो गया है।
ईरान ने इस हमले को ‘ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 2’ नाम दिया है। ईरान ने इजरायल पर हमला करने के लिए बैलिस्टिक हाइपरसोनिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया है। तो आइए आपको बताते हैं कि ईरान ने हमले के लिए किन मिसाइलों का इस्तेमाल किया है और वे कितनी शक्तिशाली हैं और उनकी रेंज कितनी दूर तक है
सेजिल मिसाइल- ईरान की सबसे बड़ी ताकत उसकी बैलिस्टिक मिसाइलें हैं। अमेरिकी खुफिया निदेशालय की एक रिपोर्ट के अनुसार, ईरान पूरे मध्य पूर्व में ऐसा देश है जिसके पास सबसे ज़्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें हैं। ईरान के पास ‘सेजिल’ नाम की मिसाइल है जो 17000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से 2500 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकती है। इसी तरह ‘खेइबर’ मिसाइल की रेंज 2000 किलोमीटर है। ‘हज कासेम’ भी 1400 किलोमीटर की रेंज तक जा सकती है।
क्रूज़ मिसाइल- ईरान के पास KH-55 जैसी क्रूज़ मिसाइलें भी हैं और दावा किया जाता है कि ये परमाणु क्षमता से लैस हैं। ये अपने साथ 3000 किलोमीटर तक परमाणु हथियार ले जा सकती हैं।
हाइपरसोनिक मिसाइल- ईरान ने इस बार जिन हाइपरसोनिक मिसाइलों से इजरायल पर हमला किया है, उन्हें पिछले साल जून में दुनिया के सामने पेश किया गया था। ये ध्वनि की गति से 5 गुना तेज़ चलती हैं और इन्हें रोकना बहुत मुश्किल है। इसके अलावा ईरान पूरे मध्य पूर्व में ड्रोन का सबसे बड़ा उत्पादक है। उसके पास मोहजर-10 नाम का ड्रोन है जो 2 हजार किलोमीटर तक की यात्रा कर सकता है और 200 किलो वजन के हथियार ले जा सकता है।
परमाणु हथियार – यह भी दावा किया जाता है कि ईरान के पास परमाणु हथियार हैं। हालांकि, ईरान ने कभी भी इसे खुलकर स्वीकार नहीं किया है और न ही कभी इसकी पुष्टि हुई है।
इजराइल या फिर ईरान कौन है PM मोदी का सबसे करीबी? जानिए दोनों में से किसको चुनेगा भारत
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.