IndiaNews (इंडिया न्यूज), Iran-Pak Relation: मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव के बीच, ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी 22 अप्रैल को पाकिस्तान का दौरा करेंगे। इस दौरे पर वह प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ, राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और आर्मी चीफ के साथ बैठक करेंगे।
जियो न्यूज के मुताबिक इब्राहिम रायसी की यह यात्रा इजरायल पर मिसाइल हमले के कुछ दिन बाद होगा। ईरान ने इजरायल पर करीब 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइलें दागी थीं। ईरान ने इसे सीरिया के दमिश्क में अपने दूतावास पर हुए हमले का जवाब बताया। इजरायल के हमले में रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के दो सीनियर कमांडर सहित कई लोग मारे गए थे।
यह यात्रा क्यों है महत्वपूर्ण?
यह यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पाकिस्तान और ईरान द्वारा अपने सहयोग को गहरा करने के चल रहे प्रयासों के बीच हो रही है, जिसे इस साल की शुरुआत में एक झटका लगा था जब ईरान ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान में ‘जैश अल-अदल’ के दो ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी। इस स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए ईरानी क्षेत्र के अंदर आतंकवादियों को निशाना बनाने के लिए ड्रोन और रॉकेट दागे थे। जिसके बाद से ही दोनों देशों के बीच में तनाव उत्पन्न हो गया है। जैश अल-अदल, या “न्याय की सेना”, 2012 में स्थापित एक बलूच सुन्नी समूह है जो बड़े पैमाने पर पाकिस्तान में संचालित होता है।
इन घटना के बाद पाकिस्तान ने ईरान से अपने राजदूत को भी वापस बुला लिया था और घोषणा की थी कि वह ईरान द्वारा अपनी संप्रभुता के उल्लंघन के विरोध में अपने देश में ईरानी दूत को वापस नहीं बुलाएगा। हालांकि, दोनों देशों के राजदूतों के अपने-अपने पदों पर लौटने के साथ ही राजनयिक संबंध जल्द ही बहाल हो गए।
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इन मुद्दों पर हो सकती है बात
रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति रायसी की यात्रा के एजेंडे में द्विपक्षीय संबंध, सुरक्षा सहयोग, एक गैस पाइपलाइन और एक संभावित मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) शामिल हैं। ईरानी राष्ट्रपति की यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि दोनों देश प्रमुख आर्थिक हित साझा करते हैं, विशेष रूप से पाकिस्तान-ईरान गैस पाइपलाइन।
रिपोर्ट में कहा गया है कि एक अन्य घटनाक्रम में, ईरान ने सोमवार को घोषणा की कि वे ईरानी बलों द्वारा जब्त किए गए जहाज पर फंसे पाकिस्तानियों को उनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि और दोनों देशों के बीच भाईचारे के संबंधों के कारण कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद रिहा कर देंगे।