विदेश

Israel-Hamas War: जंग का 83वां दिन, नहीं रुक रहा इजरायल का गाजा पर प्रहार

India News(इंडिया न्यूज),Israel-Hamas War: इजरायल हमास के बीच चल रहे युद्ध में इजरायल का भयावह रूप गाजा के लिए बेदह खतरनाक साबित हो रहा है। जहां कतर, अमेरिका के इतने प्रयास के बाद भी इजरायल गाजा को ध्वस्त करने का कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। जहां वर्ष के अंतिम सप्ताहों में इज़राइल ने क्रिसमस से ठीक पहले गाजा में अपने जमीनी युद्ध को तेजी से बढ़ा दिया है।

इजरायली टैंक का चढ़ाव

मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, इजरायल और हमास के बीच चल रहे लड़ाई का मुख्य फोकस अब गाजा पट्टी को विभाजित करने वाले आर्द्रभूमि के दक्षिण में केंद्रीय क्षेत्रों में है, जहां इजरायली बलों ने पिछले कई दिनों से अपने टैंकों के आगे बढ़ने के कारण नागरिकों को बाहर जाने का आदेश दिया है। विशाल नुसीरात, ब्यूरिज और मघाज़ी जिलों से भागकर हजारों लोग गुरुवार को भूमध्यसागरीय तट के साथ पहले से ही अभिभूत शहर दीर ​​अल-बलाह की ओर दक्षिण या पश्चिम की ओर जा रहे थे, और जल्दबाजी में बनाए गए अस्थायी तंबुओं के शिविरों में भीड़ जमा कर रहे थे।

UNRWA का बयान

इसके साथ ही इस मामले में गाजा में सक्रिय संयुक्त राष्ट्र के मुख्य संगठन UNRWA ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि, “150,000 से अधिक लोग – छोटे बच्चे, बच्चों को ले जाने वाली महिलाएं, विकलांग लोग और बुजुर्ग – को कहीं नहीं जाना है।” निवासियों और आतंकवादियों ने कहा कि ब्यूरिज का पूर्वी हिस्सा गुरुवार की सुबह भारी लड़ाई का मैदान था, जिसमें उत्तर और पूर्व से इजरायली टैंक घुस रहे थे।

गाजा के नागरिक का दर्द

वहीं गाजा के लोगों की बात करें तो, 60 वर्षीय उमर ने अपना दर्द बतातें हुए कहा कि, ”वह क्षण आ गया है, मैं चाहता था कि ऐसा कभी न हो, लेकिन ऐसा लगता है कि विस्थापन जरूरी है,” उन्होंने कहा कि उन्हें कम से कम 35 परिवार के सदस्यों के साथ स्थानांतरित होने के लिए मजबूर किया गया है।उन्होंने प्रतिशोध के डर से दूसरा नाम बताने से इनकार करते हुए फोन पर रॉयटर्स को बताया, “इस क्रूर इजरायली युद्ध के कारण हम अब दीर अल-बलाह में एक तंबू में हैं। उत्तर से भागने के बाद से दीर अल-बलाह के एक स्कूल में रह रहे यमन हमद ने कहा कि ब्यूरिज और नुसेरात से नव विस्थापित लोग जहां भी खुला मैदान था वहां तंबू लगा रहे थे। उन्होंने कहा कि खाना खत्म होने के कारण उन्होंने अपने परिवार के लिए 25 किलो आटे की बोरी खरीदने के लिए मिस्र की सीमा के पास राफा की खतरनाक यात्रा की थी।

इजरायली सेना का आरोप

मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, इस मामले में गाजा निवासियों ने कहा कि, उनका मानना ​​​​है कि इजरायली सेना आगे के जमीनी हमले से पहले एक नए पलायन को भड़काने की कोशिश कर रही थी। पास में ही नासिर अस्पताल, खान यूनिस का मुख्य अस्पताल और एन्क्लेव में अभी भी कार्यरत सबसे बड़ा अस्पताल, जब मृतकों और घायलों को लाया गया तो महिलाएं और बच्चे चिल्लाने लगे। एक बच्चा खाट पर बेसुध पड़ा था जबकि चिकित्सक उसे होश में लाने की कोशिश कर रहे थे; एक डॉक्टर ने “नहीं” में सिर हिलाया, जिससे संकेत मिला कि लड़का मर चुका है।

ये भी पढ़े

Shubham Pathak

शुभम पाठक लगभग दो वर्ष से पत्रिकारिता जगत में है। वर्तमान में इंडिया न्यूज नेशनल डेस्क पर कार्यरत है। वहीं इससे पूर्व में STV Haryana, TV100, NEWS India Express और Globegust में काम कर चुके हैं। संपर्क का स्रोत:- sirshubham84@gmail.com

Recent Posts

संभल में मुसलमानों के साथ …’, हिंसा के बाद बरसे मौलाना मदनी ; योगी सरकार पर लगाया ये बड़ा आरोप

India News UP(इंडिया न्यूज़),Maulana Madani on Sambhal Controversy: जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद…

2 hours ago

‘ये मुगलों का दौर नहीं…’, संभल जामा मस्जिद सर्वे पर ये क्या बोल गए BJP प्रवक्ता? सुनकर तिलमिला उठे मुस्लिम

Sambhal Jama Masjid Survey Controversy: संभल जामा मस्जिद सर्वे विवाद पर बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी…

3 hours ago