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India News (इंडिया न्यूज), Israel Preparing For Air Strikes On Iran: इजरायली सेना का मानना है कि, सीरिया में ईरान के आतंकी समूहों यानी हमास, हिजबुल्लाह और बशर-अल असद की सरकार को उखाड़ फेंकने के बाद वह ईरान के परमाणु केंद्रों को निशाना बना सकती है। इजरायल इसे एक अवसर के रूप में देख रहा है। इजरायल तेजी से अपनी तैयारियां पूरी कर रहा है। इजरायली डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) का मानना है कि, ईरान इस समय अलग-थलग पड़ गया है। इसके पीछे का कारण बताया जा रहा है कि, सीरिया में असद की सरकार का गिरना है। उसके आतंकी समूह कमजोर हो गए हैं। इससे नाराज होकर ईरान परमाणु बम बनाने की कोशिश कर सकता है। ऐसे में इजरायल अपने परमाणु ठिकानों को नष्ट करके इस संभावना को खत्म करना चाहता है।
हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, ईरान हमेशा से इस बात से इनकार करता रहा है कि उसके पास परमाणु हथियार हैं। या फिर उसका मकसद किसी तरह का अंतरिक्ष हथियार तैयार करना है। उसकी परमाणु गतिविधियां नागरिक उद्देश्यों के लिए हैं। लेकिन अमेरिकी खुफिया एजेंसियों और आईएईए का मानना है कि ईरान ने 2003 से ही सैन्य परमाणु कार्यक्रम शुरू कर दिया था। तब से लेकर अब तक ईरान लगातार नागरिक जरूरतों से अलग परमाणु कार्यक्रम चला रहा है। इस्लामिक रिपब्लिक ने परमाणु हथियारों के अपने सपने को कभी नहीं छोड़ा है। उसका कार्यक्रम ईरान के किलेबंद पहाड़ों के नीचे चल रहा है।
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इजरायली वायुसेना ने सीरिया के 86 फीसदी एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया है। इसमें 107 एयर डिफेंस सिस्टम और 47 रडार शामिल हैं। इसमें शॉर्ट टू मीडियम रेंज SA-22 यानी पैंटिर-एस1 और रूस से हासिल किया गया मीडियम रेंज एयर डिफेंस सिस्टम SA-17 शामिल है। जिसे बक कहते हैं। दोनों एयर डिफेंस सिस्टम रूस ने बनाए हैं। ये सिस्टम सीरिया और हिजबुल्लाह की सुरक्षा के लिए लगाए गए थे। सीरिया में जो थोड़े बहुत एयर डिफेंस सिस्टम बचे हैं, उनसे इजरायली वायुसेना को कोई बड़ा खतरा नहीं है। अब इजरायली वायुसेना आसानी से सीरिया के आसमान में उड़ान भर सकती है।
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