India News (इंडिया न्यूज), Gold Reserves In World: किसी देश के भंडार में जितना अधिक सोना होता है, उस देश के आर्थिक रूप से स्थिर होने की संभावना उतनी ही अधिक होती है। 1800 के दशक के अंत और 1900 के दशक की शुरुआत में सोने ने वैश्विक अर्थव्यवस्था के संचालन में प्रत्यक्ष भूमिका निभाई थी। उस दौरान दुनिया के देश अपनी मुद्रा और सोने की एक निश्चित मात्रा के बीच एक निश्चित विनिमय दर बनाए रखकर अपने कागजी पैसे के मूल्य को सोने से सहारा देते थे।
आपको जानकारी के लिए बता दें कि, अमेरिका के पास दुनिया में सबसे ज्यादा सोना है। अमेरिका के पास 8 हजार 133.46 टन सोने का भंडार है। अमेरिका के बाद जर्मनी का नंबर है, जिसके पास 3 हजार 351.53 टन सोने का भंडार है। इसके बाद इटली का नंबर है, जिसके पास 2 हजार 451.84 टन सोने का भंडार है। इटली के बाद फ्रांस का नंबर है, जिसके पास 2 हजार 436.97 टन सोना है। फिर रूस का नंबर आता है, जिसके पास 2 हजार 335.85 टन सोने का भंडार है। रूस के बाद चीन का नंबर आता है, जिसके खजाने में 2 हजार 264.32 टन सोना है। चीन के बाद जापान का नंबर आता है, जिसके पास 845.97 टन सोना है।
Gold Reserves In World (दुनिया में किस देश के पास है सबसे ज्यादा सोना)
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जापान के बाद आठवें नंबर पर भारत आता है, जिसके पास 840.76 टन सोना है। नौवें नंबर पर नीदरलैंड है, जिसके पास 612.45 टन सोना है। दसवें नंबर पर तुर्की है, जिसके पास 584.93 टन सोने का भंडार है। ग्यारहवें नंबर पर पुर्तगाल है, जिसके पास 382.66 टन सोना है। पुर्तगाल के बाद 12वें नंबर पर पोलैंड है, जिसके पास 377.37 टन सोना है। 13वें नंबर पर उज्बेकिस्तान है, जिसके पास 365.15 टन सोना है। उज्बेकिस्तान के बाद 14वें नंबर पर यूनाइटेड किंगडम है, जिसके पास 310.29 टन सोना है। 15वें नंबर पर कजाकिस्तान है, जिसके पास 298.8 टन सोना है। स्पेन (281.58 टन) 16वें नंबर पर, ऑस्ट्रिया (279.99 टन) 17वें नंबर पर, थाईलैंड (234.52 टन) 18वें नंबर पर, सिंगापुर (228.86 टन) 19वें नंबर पर और बेल्जियम 20वें नंबर पर है, जिसके पास 227.4 टन सोने का भंडार है।
आज तक दुनिया में करीब 244,000 मीट्रिक टन सोने की खोज की जा चुकी है, जिसमें से 187,000 मीट्रिक टन का उत्पादन किया जा चुका है और फिलहाल 57,000 मीट्रिक टन सोना भूमिगत भंडारों में है। ज्यादातर सोना सिर्फ तीन देशों चीन, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में मिला है। 2016 में सोने के उत्पादन में संयुक्त राज्य अमेरिका चौथे स्थान पर था। अब तक खोजा गया सारा सोना एक क्यूब में समा सकता है जो चारों तरफ से 23 मीटर चौड़ा है। आपको बता दें कि, आज जितना सोना निकाला जाता है, उसका ज्यादातर हिस्सा आभूषण बनाने में जाता है। लेकिन सोने का इस्तेमाल कंप्यूटर, संचार उपकरण, अंतरिक्ष यान, जेट विमान इंजन और कई अन्य उत्पादों को बनाने में भी किया जाता है।
दुनिया भर के देश कई कारणों से सोने का भंडार रखते हैं। पहला कारण यह है कि सोने को एक स्थिर और विश्वसनीय भंडार माना जाता है। सोना रखने से कोई भी देश अपनी अर्थव्यवस्था को लेकर दूसरे देशों में भरोसा बनाए रख सकता है, भले ही उसकी अर्थव्यवस्था मुश्किल में क्यों न हो। वित्तीय अनिश्चितता के दौरान सोने का इस्तेमाल कर्ज लेने के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा, सोने ने ऐतिहासिक रूप से किसी देश की मुद्रा के मूल्य को सहारा देने में भूमिका निभाई है। जबकि आधुनिक अर्थव्यवस्थाओं में सोने के मानक का अब व्यापक रूप से उपयोग नहीं किया जाता है, फिर भी कुछ देश मुद्रा स्थिरता बनाए रखने के साधन के रूप में सोने के भंडार को देखते हैं।