संबंधित खबरें
तीसरे विश्व युद्ध की आहट के बीच दुनिया के 10 ताकतवर देशों का चल गया पता, कितने नंबर पर है भारत-पाकिस्तान?
टैक्सी में हत्यारे ने कबूला जुर्म, ड्राइवर ने गोलमोल बातों में घुमा कर पुलिस को किया फोन, फिर जो हुआ…कातिल रह गया सन्न
रूस के जिस ब्रह्मास्त्र से डरकर दुबक रहा है यूक्रेन, 28 साल पहले तानाशाह को किया सरेंडर, भयंकर गलती या मजबूरी?
अमेरिका का ये पावरफुल दोस्त Netanyahu को करेगा गिरफ्तार! दुनिया के सबसे ताकतवर देश में क्यों मची हलचल?
कैसे 'सेक्स टूरिज्म' का हब बन गया ये हाईटेक शहर? हालत देखकर पूरी दुनिया को आ गया तरस
क्या इस जगह फटने वाला है परमाणु बम? अपना घर छोड़कर भाग रहे हैं 'बड़े लोग', भारत के दोस्त का ठनका माथा
India News (इंडिया न्यूज), Heat Wave: मेक्सिको भयानक गर्मी की चपेट में है। इंसान ही नहीं जानवर भी परेशान हैं। हालात इतने खराब हैं कि हाउलर बंदर मरने लगे हैं। टबैस्को राज्य में कम से कम 83 बंदरों के शव बरामद किए गए हैं। ये हाउलर बंदर अपनी दहाड़ने की आवाज के लिए जाने जाते हैं। कुछ बंदरों को स्थानीय निवासियों ने बचाया। पांचों को स्थानीय पशुचिकित्सक के पास ले जाया गया जहां किसी तरह उनकी जान बच गई। उनका इलाज करने वाले डॉक्टर सर्जियो वालेंज़ुएला ने कहा, ‘वह डिहाइड्रेशन और बुखार के साथ गंभीर हालत में पहुंचे थे। वे चिथड़ों की तरह ढीले हो गये थे। लू के कारण ऐसा हुआ। मेक्सिको में भीषण गर्मी की लहर ने मार्च से अब तक कम से कम 26 लोगों की जान ले ली है। पशुचिकित्सक के अनुसार लू के कारण दर्जनों हाउलर बंदरों की मौत हो गई। एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, मृत बंदरों की संख्या सैकड़ों में हो सकती है।
हाउलर बंदर आमतौर पर बहुत क्रूर होते हैं। उनके पास शानदार शारीरिक संरचना है और कुछ लोग 3 फीट तक लंबे भी हो सकते हैं। नर बंदरों का वजन 30 पाउंड से अधिक होता है और वे 20 साल तक जीवित रहते हैं। इन बंदरों के जबड़े बड़े और दांत नुकीले होते हैं। हालाँकि, हाउलर बंदरों की पहचान उनकी शेर जैसी दहाड़ से होती है।
वन्यजीव जीवविज्ञानी गिल्बर्टो पोज़ो ने कम से कम 83 मृत बंदरों की पहचान की है। उन्होंने इन बंदरों को पेड़ों के नीचे जमीन पर या तो मृत या बेहोश पाया। रिपोर्ट के मुताबिक, बंदरों की मौत का सिलसिला 5 मई को शुरू हुआ और पिछले सप्ताहांत अपने चरम पर पहुंच गया। पॉज़ो के मुताबिक, ‘वे (क्लोजर) पेड़ से सेब की तरह गिर रहे थे। वह गंभीर निर्जलीकरण का शिकार थे और कुछ ही मिनटों में उनकी मृत्यु हो गई। पॉज़ो ने कहा कि बंदर पहले से ही कमज़ोर हो गए थे और पेड़ से गिरने के बाद उन्हें घातक चोटें आईं। उनके मुताबिक, अत्यधिक गर्मी, सूखा और जंगली आग बंदरों की मौत के लिए जिम्मेदार हैं। बंदरों को पानी, छाया और फल नहीं मिल पा रहे हैं।
मेक्सिको में बहुत गर्मी है। 9 मई तक मेक्सिको के कम से कम नौ शहरों में रिकॉर्ड तापमान दर्ज किया जा चुका था। सीमावर्ती राज्य तमाउलिपास में स्यूदाद विक्टोरिया में अधिकतम तापमान 117 डिग्री फ़ारेनहाइट (47।2 डिग्री सेल्सियस) दर्ज किया गया। देशभर में सामान्य से कम बारिश के कारण झीलें और बांध सूख गए हैं। जलापूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है। कई दुकानों ने बर्फ की खरीद पर सीमा लगा दी है।
भारतीय सेना का प्रोजेक्ट उद्भव को लेकर बड़ा खुलासा, जानें सबकुछ
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.