Hindi News / International / More Than 100 Cases Of Sexual Exploitation And Abuse Have Been Reported In Un Peacekeeping Missions And Political Campaigns

मदद के नाम पर रेप करते थे UN  के बड़े अधिकारी, आरोप के घेरे में दुनिया की सबसे भरोसेमंद संस्था के 100 से ज्यादा अफसर, रिपोर्ट में हुआ ऐसा खुलासा सुन कांप जाएगी रूह

रिपोर्ट में सबसे चौंकाने वाला खुलासा यह है कि 65 महिलाओं ने दावा किया है कि वे बलात्कार की शिकार थीं और उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सैनिकों के बच्चों को जन्म दिया। इन महिलाओं ने अब बच्चों की परवरिश और पिता की पहचान के लिए सहायता की मांग की है।

BY: Divyanshi Singh • UPDATED :
Advertisement · Scroll to continue
Advertisement · Scroll to continue

India News (इंडिया न्यूज),UN:संयुक्त राष्ट्र को दुनिया का सबसे भरोसेमंद और प्रभावशाली संगठन माना जाता है। जो दुनिया भर में न्याय, शांति और सुरक्षा की बात करता है। जब भी किसी देश में संघर्ष की स्थिति बनती है या लोगों को मानवीय मदद की जरूरत होती है, तो संयुक्त राष्ट्र वहां अपना शांति मिशन तैनात करता है। लेकिन अब एक चौंकाने वाली रिपोर्ट ने इसी संगठन की छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2024 में संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन और राजनीतिक अभियानों से जुड़े यौन शोषण और दुराचार के 100 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। यह आंकड़ा बेहद चिंताजनक है, क्योंकि पिछले 10 सालों में यह तीसरी बार है, जब ऐसे मामलों की संख्या 100 से ज्यादा पहुंची है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने खुद यह जानकारी साझा की है। रिपोर्ट के चौंकाने वाले आंकड़े संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 2024 में शोषण और बलात्कार के मामलों में 125 पीड़ितों की पहचान की गई है। इनमें 98 वयस्क और 27 बच्चे शामिल हैं। हालांकि यह संख्या 2023 में दर्ज 145 पीड़ितों से कम है, लेकिन फिर भी यह चिंता का विषय बनी हुई है।

कांगो से सबसे ज्यादा मामला

रिपोर्ट के अनुसार, कुल 102 आरोपों में से 82 प्रतिशत केवल दो संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों से संबंधित हैं। पहला है – कांगो जहां 44 मामले दर्ज किए गए। और दूसरा है – मध्य अफ्रीकी गणराज्य जहां 40 मामले दर्ज किए गए। इन दोनों देशों में तैनात संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों पर पहले से ही गंभीर यौन शोषण और बाल यौन शोषण के आरोप लग चुके हैं। इसके अलावा दक्षिण सूडान, लेबनान, हैती, कोलंबिया और अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशनों में भी यौन दुराचार के मामले सामने आए हैं।

यूक्रेन फतह के बाद यूरोपीय देशों से भिड़ेगा रूस, तीसरे विश्व युद्ध से निपटने के लिए खतरनाक प्लान तैयार, न्यूक्लियर बंकर सर्वाइवल गाइड…

Sexual abuse allegations in a report U.N. peacekeeping and political missions

65 महिलाओं ने किया बड़ा दावा

रिपोर्ट में सबसे चौंकाने वाला खुलासा यह है कि 65 महिलाओं ने दावा किया है कि वे बलात्कार की शिकार थीं और उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सैनिकों के बच्चों को जन्म दिया। इन महिलाओं ने अब बच्चों की परवरिश और पिता की पहचान के लिए सहायता की मांग की है।संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, 2006 से पितृत्व और बाल सहायता से संबंधित लगभग 750 मामले दर्ज किए गए हैं, लेकिन इनमें से 500 से अधिक मामलों में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

कर्मचारियों के खिलाफ यौन शोषण

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों, फंड और कार्यक्रमों से जुड़े कर्मचारियों के खिलाफ यौन शोषण के 190 आरोप दर्ज किए गए हैं। हालांकि यह संख्या 2023 में दर्ज 284 मामलों से कम है, लेकिन फिर भी यह चिंताजनक है। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र के कार्यक्रमों के तहत काम करने वाले गैर-संयुक्त राष्ट्र कर्मियों के खिलाफ 382 आरोप लगाए गए हैं।

संयुक्त राष्ट्र ने अपने कर्मचारियों के लिए यौन दुराचार से बचने के लिए प्रशिक्षण लागू किया है, लेकिन 2024 में किए गए एक सर्वेक्षण में 64,585 संयुक्त राष्ट्र कर्मचारियों में से 3.65% यानी 2,360 कर्मचारियों ने माना है कि पैसे देकर यौन संबंध बनाना जायज है। वहीं, 1% यानी 555 कर्मचारियों ने कहा कि बच्चों के साथ यौन गतिविधि में शामिल होना ठीक है। ये आंकड़े यूएन के लिए बेहद शर्मनाक हैं और इसकी नीति-निर्माण पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने की बड़ी अपील

इस रिपोर्ट ने यूएन नेतृत्व में बढ़ते अविश्वास को भी उजागर किया है। 2024 के सर्वे में 6% कर्मचारियों यानी 3,700 ने कहा कि उन्हें यौन शोषण और दुराचार से जुड़े मामलों को सही तरीके से संभालने की यूएन नेताओं की क्षमता पर भरोसा नहीं है। 2023 में यह आंकड़ा 3% था, यानी एक साल में यह दोगुना हो गया है। रिपोर्ट कहती है कि यह बढ़ता अविश्वास इस बात का साफ संकेत है कि यूएन के वरिष्ठ अधिकारियों को अपने नेतृत्व को और अधिक प्रभावी और जवाबदेह बनाने की जरूरत है।

एंटोनियो गुटेरेस ने सदस्य देशों से इस गंभीर मुद्दे के समाधान के लिए अपने सैनिकों और कर्मियों को जवाबदेह बनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यूएन नेतृत्व को व्यक्तिगत रूप से इस मुद्दे की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यौन शोषण के मामलों को गंभीरता से लिया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मामलों से पैदा हुए बच्चों को नागरिकता समेत उनके सभी अधिकार दिए जाने चाहिए।

Chahal Friend’s Video: चहल की दोस्त ने रिलेशनशिप को लेकर दी ऐसी टिप्स की मच गया बवाल,धनश्री को लेकर कही बड़ी बात,Video Viral

16 साल तक चरम पर रहती है गुरु की महादशा! सही उपाय करें तो खुल जाएंगे किस्मत के ताले, मिलेगा धन, वैभव और अपार सफलता!

देसी इलाज का बादशाह है इस हरे पत्ते का पाउडर, 500 तक पहुंचे शुगर का भी होगा सफाया, बीमारियों को बूंद-बूंद से लेगा छान!

Tags:

Rape Case :UN
Advertisement · Scroll to continue

लेटेस्ट खबरें

Advertisement · Scroll to continue