India News (इंडिया न्यूज), Indonesia Volcanic Eruption: इंडोनेशिया में ज्वालामुखी विस्फोट से भयंकर तबाही मची है। विस्फोट इतना भयंकर था कि इसकी राख 3000 मीटर की ऊंचाई तक उड़ती हुई दिखाई दी। खबर लिखे जाने तक मिली जानकारी के मुताबिक अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। उनके शव मिल गए हैं। कई पर्वतारोहियों के लापता होने की खबर है। सुमात्रा द्वीप पर मरापी ज्वालामुखी विस्फोट यह ज्वालामुखी 2,891 मीटर (9,484 फीट) की ऊंचाई पर स्थित माउंट मारापी में पिछले रविवार को फटा था।
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Indonesia Volcanic Eruption
Earlier today, Indonesia’s Mount Marapi volcano in the West Sumatra province erupted. The volcano spewed volcanic ash as high as 9,843 ft into the air.
This just confirms Hanke’s School Boy’s Theory of History: It’s just one damn thing after another.pic.twitter.com/P8YE8Fh9WW
— Steve Hanke (@steve_hanke) December 4, 2023
राहत एवं बचाव दल में शामिल अधिकारियों का कहना है कि ज्वालामुखी के पास 3 पर्वतारोही जीवित पाए गए हैं। कई और पर्वतारोही अभी भी लापता हैं। उनकी तलाश जारी है।
पेडांग सर्च एंड रेस्क्यू एजेंसी के प्रमुख अब्दुल मलिक ने कहा कि ज्वालामुखी के पास तीन लोग जीवित पाए गए। अब तक 11 शव बरामद किये जा चुके हैं। शनिवार को माउंट मेरापी पर 75 पर्वतारोही मौजूद थे। धमाके के बाद आसमान में सफेद और भूरे रंग की राख फैली हुई नजर आई। ज्वालामुखी विस्फोट से आसपास के गांव राख से ढंक गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहाड़ पर चढ़ने के लिए दो रास्ते हैं जो ज्वालामुखी विस्फोट वाली जगह के बेहद करीब हैं। अब उन रास्तों को बंद कर दिया गया है। ज्वालामुखी के मुहाने से 3 किलोमीटर दूर बुसेन गांव को एहतियात के तौर पर खाली करा लिया गया है।
मारापी ज्वालामुखी सुमात्रा द्वीप के सबसे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है। इस ज्वालामुखी का सबसे घातक विस्फोट अप्रैल 1979 में हुआ था। उस दौरान 60 लोगों की मौत हो गई थी। इस साल यह ज्वालामुखी जनवरी से फरवरी के बीच फटा। ज्वालामुखी से विस्फोट के दौरान 75 मीटर से 1,000 मीटर की दूरी तक आग की लपटें निकल रही थीं। इंडोनेशिया प्रशांत महासागर के तथाकथित “रिंग ऑफ फायर” पर स्थित है। यहां लगभग 127 सक्रिय ज्वालामुखी हैं।
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