ADVERTISEMENT
होम / विदेश / Nepal Protest: नेपाल में हिंदू राष्ट्र और राजशाही की मांग तेज, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले- Indianews

Nepal Protest: नेपाल में हिंदू राष्ट्र और राजशाही की मांग तेज, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले- Indianews

BY: Mahendra Pratap Singh • LAST UPDATED : April 15, 2024, 3:57 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

Nepal Protest: नेपाल में हिंदू राष्ट्र और राजशाही की मांग तेज, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले- Indianews

Nepal Protest

IndiaNews (इंडिया न्यूज), Nepal Protest: संवैधानिक राजशाही और हिंदू राष्ट्र की बहाली की मांग को लेकर राजधानी काठमांडू में हजारों लोगों के मार्च निकालने पर नेपाली पुलिस ने मंगलवार को आंसू गैस और पानी की बौछारें छोड़ीं। एक दशक लंबे गृह युद्ध के बाद नेपाल संघीय प्रणाली के साथ एक धर्मनिरपेक्ष गणराज्य बन गया, जब संसद ने एक शांति समझौते के तहत राजशाही को समाप्त कर दिया। नेपाल के इस गृह युद्ध में 16,000 से अधिक लोग मारे गए थे।

क्या है मांग?

प्रदर्शन का आयोजन करने वाली राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के प्रवक्ता मोहन श्रेष्ठ ने कहा, राजशाही की बहाली, एक हिंदू राष्ट्र और संघीय व्यवस्था को खत्म करना हमारी मांगें हैं। यह संसद में पांचवीं सबसे बड़ी पार्टी है। प्रदर्शनकारियों ने राजधानी के केंद्र में सरकारी इमारतों के पास शंख बजाते हुए नारे लगाए, “हमारा राष्ट्र और हमारे राजा हमें जान से भी ज्यादा प्यारे हैं”।

Israel-Iran Tensions: जल्द ही ईरान पर हमला शुरू करेगा इजरायल, यहां जानें लेटेस्ट अपडेट-indianews

क्यों कर रहे प्रोटेस्ट?

पुलिस प्रवक्ता नवाज अधिकारी ने एएफपी को बताया कि पुलिस ने प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसने के बाद प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और पानी की बौछारें छोड़ीं। राजनीतिक अस्थिरता, भ्रष्टाचार और धीमी आर्थिक विकास को लेकर हिमालयी देश में असंतोष बढ़ने के कारण राजशाही और हिंदू राज्य की बहाली के लिए समर्थन बढ़ रहा है। पार्टी ने फरवरी में प्रधानमंत्री कार्यालय को 40 सूत्री ज्ञापन सौंपा था, जिसमें भ्रष्टाचार पर नियंत्रण और सुशासन सुनिश्चित करने की मांगें भी शामिल थीं।

विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए पूर्वी नेपाल से आए 80 वर्षीय टंका प्रसाद खातीवाड़ा ने कहा, “इन जानवरों ने भ्रष्टाचार और अराजकता से हमारे देश को बर्बाद कर दिया है। अपनी पहचान और संस्कृति को बचाने के लिए राजशाही को बहाल करने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है।

राजा ने राजशाही के बहली का किया आह्वान 

नेपाल के अंतिम राजा, 76 वर्षीय ज्ञानेंद्र शाह ने देश की अस्थिर राजनीति पर सार्वजनिक टिप्पणी करने से काफी हद तक परहेज किया है और राजशाही की बहाली का आह्वान किया है। शाह को 2001 में उनके बड़े भाई बीरेंद्र बीर बिक्रम शाह और उनके परिवार की एक नरसंहार में हत्या के बाद ताज पहनाया गया था, जिसमें अधिकांश शाही परिवार का सफाया हो गया था।

Israel-Iran Tensions: अब रिहा होंगे 17 भारतीय चालक, जयशंकर के कॉल करते ही ईरान का एक्शन

Tags:

indianewslatest india newsNepalइंडिया न्यूज

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT