संबंधित खबरें
ICC के फैसले का नहीं पढ़ रहा नेतन्याहू पर असर, लेबनान में लगातार बह रहा मासूमों का खून…ताजा हमलें में गई जान बचाने वालों की जान
पीएम जस्टिन ट्रूडो को आई अकल, भारतीयों के सामने झुकी कनाडा की सरकार…एक दिन बाद ही वापस लिया ये फैसला
जहां पर भी फटेगा परमाणु बम…तबाह हो जाएगा सबकुछ, यहां जाने उस विनाश और उसके प्रभाव के बारे में
अगर दोस्त पुतिन ने फोड़ा परमाणु बम…तो भारत पर क्या होगा असर? मिट जाएगा इन देशों का नामो-निशान
भारत के नेताओं की स्कीमें कॉपी कर रहे 'दुश्मन' Trudeau, पापों का पश्चाताप करने को निकाली नई योजना? आंखें फाड़े रह गई जनता
वाकई फटने वाला है परमाणु बम? अचानक गायब हुए Putin, लीक हो गया 12 दिनों का सच…ताकतवर देशों के माथे पर पसीना
India News(इंडिया न्यूज),Pakistan: पाकिस्तान सुरक्षा एजेंसियों ने रविवार को बलूचिस्तान प्रांत में बलूच नरसंहार के खिलाफ लंबे मार्च में शामिल होने वाले बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया, जिनमें से अधिकांश महिलाएं थीं। बलूचों के जबरन गायब होने और न्यायेतर हत्याओं के गंभीर मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करने के उद्देश्य से तुर्बत से क्वेटा के रास्ते इस्लामाबाद तक मार्च कर रहे हजारों प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने कोहलू में राजमार्ग पर बैरिकेड्स भी लगाए।
मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, लंबे मार्च के साथ एकजुटता दिखाने के लिए बड़ी संख्या में लोग बरखान में एकत्र हुए, जो अब डेरा गाजी खान की ओर बढ़ रहा है, जहां महिलाओं सहित बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। फ़ाज़िला बलोच, एक मानवाधिकार रक्षक ने एक्स पर पोस्ट किया, “बलूच नरसंहार” के खिलाफ लंबा मार्च डीजी खान तक पहुंच गया है और पाकिस्तानी राज्य ने इसे असफल बनाने की पूरी योजना बनाई है। रिपोर्टों के अनुसार कई बलूच पुरुष और महिला कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया गया है और गिरफ्तार किया गया है। पंजाब पुलिस।”
इसके साथ ही बता दें कि, पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों द्वारा बलूचिस्तान में न्यायेतर हत्याओं की घटनाएं बार-बार हो रही हैं। आतंकवाद निरोधक विभाग (CTD) द्वारा हाल ही में एक कथित फर्जी मुठभेड़ में चार बलूच युवाओं का अपहरण करने और उनकी हत्या करने के बाद जनता का गुस्सा उबल पड़ा। वहीं पीड़ितों के परिवार के सदस्य न्याय के लिए आवाज उठाने के लिए तुरबत में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, जो बढ़कर लॉन्ग मार्च में बदल गया। बलूच यकजेहती समिति की माह रंग बलूच ने बरखान में अपने संबोधन में कहा, “यह लंबा मार्च बलूचों की न्यायेतर हत्याओं के मुद्दे को संबोधित करने के लिए है। यह सरकार नरसंहार के माध्यम से बलूच को खत्म करना चाहती है। हमारा लंबा मार्च इस्लामाबाद पहुंचने तक जारी रहेगा।” ।”
जानकारी के लिए बता दें कि, बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा और संसाधन-संपन्न प्रांत है जहां लोग कथित तौर पर सबसे खराब मानवाधिकार संकट से जूझ रहे हैं। पाकिस्तानी रेंजर्स और गुप्त एजेंसियों समेत सुरक्षा बल अक्सर बलूच युवाओं का जबरन अपहरण करने और उन्हें आतंकवादी बताकर हत्या करने की घटनाओं में लगे रहते हैं। बलूच कई दशकों से अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं क्योंकि वे संप्रभुता और अपने प्राकृतिक संसाधनों पर नियंत्रण की मांग करते हैं। अरबों डॉलर की सीपीईसी परियोजना के तहत ग्वादर में चीन के भारी निवेश के बाद से बलूचिस्तान में हालात बद से बदतर हो गए हैं।
ये भी पढ़े
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.