India News (इंडिया न्यूज़),  Pakistani Terrorist: पाकिस्तान को अक्सर आतंकी के लिए सुरक्षित ठिकानों के रुप में देखा जाता है। कई बार यह बात सामने आई है कि आतंकी पाकिस्‍तानी सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) की मदद से अपनी टेरर एक्टिविटी चलाते रहे हैं।

वहीं पिछले सात महीनों में सात बड़े आतंकियो की रहस्यमयी हत्या से माहौल पूरा बदला हुआ है। वहीं आतंकियों के अंदर यह डर भी है कि आखिर अगला नंबर किसका होगा। बता दें बीते रविवार को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) प्रमुख मौलाना मसूद अज़हर के करीबी सहयोगी मौलाना रहीम उल्लाह तारिक की हत्या कर दी गई। जिसके बाद से आतंकियो में हलचल तेज हो गई है।

भारत-विरोधी कार्यक्रम में शामिल

पाकिस्तानी मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक भारत का मोस्‍ट वांटेड आतंकी रहीम उल्‍लाह तारिक पाकिस्‍तान से अपना नेटवर्क चला रहा था। रविवार को कराची की एक विशाल झुग्गी बस्ती ओरंगी टाउनशिप में भारत-विरोधी कार्यक्रम में शामिल होने जा रहा था। तभी दो अज्ञात हमलावरों ने उसकी हत्या कर दी। इसके अलावा इस मौत के पीछे का कारण जैश ए मोहम्‍मद की अंदरूनी कलह भी बताया जा रहा है।

  1. बता दें कि 6 मई को परमजीत सिंह पंजवार को पाकिस्तान के लाहौर में टहलने के दौरान अज्ञात लोगों ने गोली मार दी। पंजवार को पाकिस्तानी सरकार की तरफ से दो बॉडीगार्ड दिए गए थें। जिसमें से एक गार्ड ने एक हमलावर को मार गिराया। वहीं दूसरा इस पूरे घटना के दौरान घायल हो गया था।
  2. मौलाना ज़िया-उर रहमान: लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का जिया-उर रहमान 12 सितंबर की मौत ठीक उसी तरीके से हुई जिस तरीके से पंजवार की हुई थी। उसके शरीर में कई राउंड गोलियां मारी गई थी।
  3. लश्कर प्रमुख हाफिज सईद के करीबी मुफ्ती कैसर फारूक को 30 सितंबर को पाकिस्तान के कराची में गोली मार दी गई।
  4. शाहिद लतीफ़ को 10 अक्टूबर के दिन हमलावरों ने गोली से उड़ा दिया। शाहिद लतीफ़ पठानकोट में भारतीय वायुसेना अड्डे पर 2016 में हुए हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है।
  5. ख्वाजा शाहिद की मौत भी काफी बेदर्दी के साथ की गई। 7 नवंबर को ख्वाजा शाहिद का बेजान और सिर कटा शरीर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में मिला था। ख्वाजा शाहिद सुंजुवान में भारतीय सेना शिविर पर 2018 के आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड के नाम से जाना जाता है।
  6. लश्कर के एक अन्य भर्तीकर्ता और कमांडर अकरम खान गाजी को 10 नवंबर मार गिराया गया। इसकी मौत खैबर पख्तूनख्वा में बाइक सवार हमलावरों ने गोली मार कर की।
  7. 12 नवंबर को कराची में अज्ञात हमलावरों ने जैश प्रमुख के करीबी सहयोगी रहीम उल्लाह तारिक की गोली मारकर हत्या कर दी।

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