India News (इंडिया न्यूज), S Jaishankar On Trump: डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद दुनिया काफी बदल गई है। टैरिफ को लेकर भी अमेरिका का भारत से विवाद चल रहा है। इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने फाइनेंशियल टाइम्स को इंटरव्यू दिया है। ब्रिटेन यात्रा के दौरान लंदन में लंच पर बातचीत में जयशंकर ने कई मुद्दों पर भारत का पक्ष रखा। डोनाल्ड ट्रंप की राजनीति को समझना मुश्किल नहीं है। वह जो कहते हैं, वही करते हैं। जयशंकर ने इस बात को बखूबी समझा और यह भी माना कि अमेरिका अब पहले की तरह वैश्विक भूमिका निभाने में दिलचस्पी नहीं रखता। उन्होंने साफ कहा, ‘अमेरिकी अब वैश्विक मामलों में खुद को कम शामिल करना चाहते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे लागत ज्यादा और फायदा कम मिल रहा है।’
जयशंकर ने यथार्थवादी नजरिए से भारत की विदेश नीति संचालित करने की बात कही। उनका मानना है कि किसी भी पुरानी वैश्विक व्यवस्था के खत्म होने की चिंता करने की जरूरत नहीं है। अमेरिका के व्यवहार में बदलाव आया है, लेकिन यह भारत के लिए नुकसानदेह नहीं है। ट्रंप के आने से वैश्विक व्यवस्था बहुध्रुवीय हो गई है और इसमें भारत की अहम भूमिका है। ट्रंप हमेशा से भारत को “सबसे बड़ा टैरिफ दुरुपयोगकर्ता” कहते आए हैं, लेकिन जयशंकर इस बारे में निश्चिंत रहते हैं। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि इस साल भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता हो सकता है।
S Jaishankar On Trump (ट्रंप को लेकर क्या बोले एस जयशंकर)
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उनके मुताबिक, “हमारे अपने मुद्दे हैं, लेकिन हमें समाधान निकालना होगा।” ट्रंप का व्यापार रवैया पूरी तरह से राष्ट्रवादी है और इसीलिए वे अपने हितों के लिए सौदे की संभावनाएं तलाश सकते हैं। ट्रंप की राजनीति की एक खासियत है उनकी अप्रत्याशितता। कोई भी पक्के तौर पर नहीं कह सकता कि वे क्या करेंगे और कब करेंगे। जयशंकर इस बारे में खास चिंतित नहीं हैं। उनका मानना है कि “अनिश्चितता भी एक रणनीति हो सकती है।” उन्होंने क्रिकेट के उदाहरण से इसे समझाया और कहा कि एक बेहद पूर्वानुमानित रणनीति विपक्ष को फायदा पहुंचा सकती है।