India News (इंडिया न्यूज़),Vladimir Putin: दूनिया मे एक तरफ यूद्ध का खतरा मंडरा रहा है तो वहीं दुसरी ओर रुस-यूक्रेन के बीच लगातार तनातनी बढ़ती जा रही है। राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन को सबक सिखाने के मूड में हैं। पिछले दो सालों से यूक्रेन के साथ जंग लड़ रहे पुतिन ने अब यूक्रेन और उसके सहयोगियों को संदेश देने के लिए नई चाल चली है। पुतिन ने अब परमाणु हमले की धमकी दी है। जिसके बाद दुनिया के सभी देश टेंशन में आ गए हैं, क्योंकि अगर ऐसा हुआ तो दुनिया का भूगोल बदल सकता है।
राष्ट्रपति पुतिन के बारे में सभी जानते हैं कि वो एक सख्त इंसान हैं, जो किसी भी हद तक जा सकते हैं। ग्रहों की गणना की बात करें तो ये समय देश और दुनिया के लिए चुनौतियों से भरा है। खास तौर पर सत्ता में बैठे लोगों के लिए। इसलिए ऐसे समय में राष्ट्रपति पुतिन की परमाणु हमले की धमकी के मायने समझने होंगे। ज्योतिष के जरिए जानते हैं कि राष्ट्रपति पुतिन के दिमाग में क्या चल रहा है और आने वाले दिनों में किस तरह की परिस्थितियां बन सकती हैं, तो चलिए जानते हैं इससे जुड़ी पूरा जानकारी।
दरअसल, राष्ट्रपति पुतिन ने 25 सितंबर 2024 को यूक्रेन को धमकी दी है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, वाणी के कारक बुध 23 सितंबर को कन्या राशि में गोचर करेंगे। बुध को बुद्धि, वाणिज्य, वाणी, कानून, रसद आदि का कारक माना जाता है। ऐसे में यह कहना गलत होगा कि राष्ट्रपति पुतिन की यह धमकी सिर्फ डराने के लिए है। जिस परिस्थिति में राष्ट्रपति पुतिन का यह बयान आया है, वह बहुत सोच-समझकर और पूरी कूटनीति के साथ दिया गया है। इंटरनेट से मिली राष्ट्रपति पुतिन के जन्म विवरण के अनुसार, उनका जन्म 7 अक्टूबर 1952 को सोवियत संघ के रूसी गणराज्य के लेनिनग्राद (वर्तमान सेंट पीटर्सबर्ग, रूस) में हुआ था। राष्ट्रपति पुतिन की कुंडली तुला लग्न की है और तुला राशि का स्वामी शुक्र लग्न में ही विराजमान है। राष्ट्रपति पुतिन की कुंडली में 8 बड़े राजयोग मौजूद हैं।
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पुतिन के ग्रहों की स्थिति और बनने वाले शुभ योग उन्हें अन्य शासकों से काफी अलग बनाते हैं। राष्ट्रपति पुतिन एक कुशल रणनीतिकार भी हैं। चौथे भाव में मायावी ग्रह राहु और दशम भाव में केतु की उपस्थिति उन्हें कठोर बनाती है। यही कारण है कि वे बड़े फैसले लेने में देरी नहीं करते। ऐसे लोग अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करते हैं और उसे पाने के लिए कुछ भी करने को हमेशा तैयार रहते हैं। यहां दशम भाव में केतु की उपस्थिति विशेष ध्यान देने योग्य है। यहां केतु अपनी शत्रु राशि कर्क में विराजमान है। ज्योतिष के अनुसार ऐसी स्थिति बनने पर सरकारी व्यक्ति या अधीनस्थों से धोखा मिलने की संभावना अधिक होती है। वर्तमान में राष्ट्रपति पुतिन बुध के प्रभाव में हैं, जो 24 नवंबर 2022 के बाद शुरू हुआ। शनि की दशा में पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध का बिगुल फूंका था, दो साल बाद भी इन दोनों देशों के बीच युद्ध जारी है।
बता दें कि, साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर 2024 को लग रहा है। वहीं, इस साल पुतिन की कुंडली में 12वें भाग में मंगल केतु और छठे भाव में गुरु-चांडाल योग से अंगारक योग बन रहा है। यानी कि सूर्य ग्रहण से तीन महीने रूस के लिए महत्वपूर्ण हैं। राष्ट्रपति पुतिन की साख को नुकसान पहुंच सकता है। साथ ही उन्हें किसी बीमारी के कारण परेशानी भी हो सकती है। घर के अंदर भी उन्हें चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
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