India News (इंडिया न्यूज), Chornobyl Nuclear Power Plant : एक तरफ जहां डोनाल्ड ट्रंप रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को रोकने के लिए काम कर रहे हैं। तो वहीं दूसरी तरफ यूक्रेन में दोनों तरफ से जंग जारी है। खबरों के मुताबिक रूस ने चॉर्नोबिल न्यूक्लियर पावर प्लांट पर ड्रोन से हमला किया है। ये हमला चॉर्नोबिल न्यूक्लियर पावर प्लांट की चौथी बिजली यूनिट को निशाना बनाकर किया गया है। न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हुए इस हमले से वैश्विक परमाणु सुरक्षा को लेकर खतरा एक बार फिर बढ़ गया है। रूसी हमले का दावा खुद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक वीडियो पोस्ट करके किया है। इस ड्रोन हमले के बाद विशेषज्ञ इसे वैश्विक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा मान रहे हैं।
बता दें कि चॉर्नोबिल पर बनाए गए इस विशेष आश्रय का निर्माण यूक्रेन, यूरोप, अमेरिका और अन्य देशों के सहयोग से किया गया था, जिनका मकसद रेडिएशन के खतरों से बचने का था। यह हमला वैश्विक सुरक्षा को चुनौती देता है और यह स्पष्ट करता है कि रूस अंतरराष्ट्रीय नियमों और परिणामों की परवाह किए बिना परमाणु स्थलों पर हमला करने से नहीं हिचकिचाता।
Chornobyl Nuclear Power Plant Drone Attack
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रूसी ड्रोन हमले के बाद हमले के बाद वहां पर रेडिएशन स्तर की भी जांच की गई है। इस जांच के बाद विशेषज्ञों ने पुष्टि की है कि फिलहाल रेडिएशन का कोई असामान्य स्तर नहीं पाया गया है। इसके अलावा प्लांट के अधिकारी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं ताकि आने वाले समय में किसी भी खतरे से निपटा जा सके। वहीं राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी जानकारी दी है कि चेर्नोबिल प्लांट पर ड्रोन हमले के बाद लगी आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है. हालांकि, इस घटना ने चेर्नोबिल जैसी संवेदनशील जगहों पर होने वाले खतरों को लेकर दुनिया को एक बार फिर सतर्क कर दिया है।
Last night, a Russian attack drone with a high-explosive warhead struck the shelter protecting the world from radiation at the destroyed 4th power unit of the Chornobyl Nuclear Power Plant.
This shelter was built by Ukraine together with other countries of Europe and the world,… pic.twitter.com/mLTGeDYgPT
— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) February 14, 2025
राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की शुक्रवार को जर्मनी में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से मुलाकात करेंगे और रूस के व्लादिमीर पुतिन पर भरोसा न करने की चेतावनी देंगे, क्योंकि कीव और उसके यूरोपीय सहयोगियों में यह चिंता बढ़ रही है कि यूक्रेन युद्ध का निपटारा उनके सिर पर होगा। हालांकि, यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि कीव को म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में रूसी अधिकारियों के साथ बातचीत में भाग लेने की उम्मीद नहीं है, जैसा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है।
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