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इंडिया न्यूज़: (Ukraine Russia War) यूक्रेन के साथ जारी जंग में रूस ने 36 क्रूज और अन्य मिसाइलों के साथ एक बार फिर ताबड़तोड़ हमला बोल दिया है। बता दें कि यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया कि इन हमलों में से एक की चपेट में आने से 79 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई है, जबकि 7 लोग घायल हो गए हैं। इनमें से दो को बाद में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इस घटना पर यूक्रेन के सैन्य प्रमुख वालेरी जालुजनी ने कहा कि रूसी सेना ने रात में करीब दो घंटों तक विभिन्न प्रकार की 36 मिसाइलें दागी हैं।
जानकारी के अनुसार, उन्होंने बताया कि उनमें से कम से कम 16 को यूक्रेनी वायु रक्षा इकाइयों ने नष्ट कर दिया गया है। हालांकि, पूर्व में रूसी हमलों को नाकाम किए जाने की दर के मुकाबले कम है। यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा कि देश के उत्तर, पश्चिम, दक्षिण, पूर्व और केंद्रीय इलाकों में निशाना साधा गया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रमुख, एंड्री यरमक ने कहा कि रूसी सेना ने हमले के लिए “अपनी रणनीति बदल दी” और उन्होंने “सक्रिय टोही” तथा “झूठे लक्ष्य” तैनात किए है।
उन्होंने कोई ब्योरा नहीं दिया। रूसी सेना हालांकि यूक्रेनी हवाई सुरक्षा तंत्र को पार करने के तरीकों की तलाश कर सकती है, जिन्हें पश्चिमी देशों द्वारा आपूर्ति की गई हथियार प्रणालियों द्वारा मजबूत किया गया है।
एक रिपोर्ट के अनुसार बताया गया कि नाटो प्रमुख जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने सैन्य गठबंधन के सदस्य देशों से कहा कि उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए डिलीवरी बढ़ानी चाहिए कि यूक्रेन रूसी आक्रामकता के खिलाफ वापस लड़ सके। नॉर्वे के पूर्व प्रधानमंत्री स्टोलटेनबर्ग ने कहा, “यह सैन्य तंत्र का एक गंभीर युद्ध बन गया है और इसलिए यह रसद की लड़ाई भी है। सहयोगियों द्वारा यह वास्तव में गोला-बारूद, ईंधन, स्पेयर पार्ट्स प्राप्त करने में सक्षम होने का एक बड़ा प्रयास है, जो जरूरत है।”
इसके आगे स्टोलटेनबर्ग ने कहा, “हमें ऐसा कोई संकेत नहीं दिखता है कि राष्ट्रपति पुतिन शांति की तैयारी कर रहें हैं। हम जो देखते हैं वो इसके विपरीत है, वो और ज्यादा युद्ध, और नए हमलों की तैयारी कर रहें हैं।”
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