India News (इंडिया न्यूज), Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन संघर्ष में रूस का साथ देने आए उत्तर कोरियाई सैनिकों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के अनुसार दक्षिणी कुर्स्क क्षेत्र में लड़ रहे रूसी और उत्तर कोरियाई सैनिकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। यूक्रेनी सैनिकों ने न केवल उन सेनाओं को नुकसान पहुंचाया बल्कि उन्हें अपनी जमीन से पीछे हटने पर भी मजबूर कर दिया। पश्चिमी देशों के अनुमान के अनुसार रूस की मदद के लिए करीब 11 हजार उत्तर कोरियाई सैनिक युद्ध में शामिल हुए हैं।
शनिवार को अपने संबोधन में जेलेंस्की ने शीर्ष कमांडर सिरस्की की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि यह लड़ाई यूक्रेनी सीमा से दूर मखनोवका गांव के पास हुई, जिसमें यूक्रेनी सैनिकों ने जबरदस्त साहस दिखाया। उन्होंने कहा, “मखनोवका गांव के पास हुई इस लड़ाई में उत्तर कोरियाई सैनिकों और रूसी सैनिकों को भारी नुकसान हुआ है। हमें लगता है कि उनकी एक बटालियन का सफाया हो गया है। इस युद्ध में यह एक महत्वपूर्ण समय है। हालांकि, राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कोई विवरण नहीं दिया। किसी भी सेना की बटालियन की बात करें तो वह अलग-अलग आकार की होती है। लेकिन आमतौर पर एक बटालियन में कई सौ सैनिक होते हैं। हालांकि, जेलेंस्की द्वारा किए गए इस दावे की कोई पुष्टि नहीं हुई है।
Russia Ukraine War (रूस यूक्रेन युद्ध)
इससे पहले, जेलेंस्की ने पिछले सप्ताह भी दावा किया था कि उत्तर कोरियाई सेना को भारी नुकसान हो रहा है। यहां तक कि वे रूसी सैनिक भी जिनके साथ वे कंधे से कंधा मिलाकर लड़ रहे हैं, उनकी मदद के लिए आगे नहीं आते हैं। जेलेंस्की ने कहा कि उत्तर कोरियाई सैनिकों में एक पैटर्न देखा गया है। वे पकड़े जाने से बचने के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। कई मामलों में, उनके साथी घायल सैनिकों को पकड़कर बचाने के लिए उन्हें मार देते हैं।
जेलेंस्की ने कहा कि रूसी सीमा क्षेत्र में करीब 1 हजार किलोमीटर में कई सैनिक मारे गए हैं। भीषण लड़ाई जारी है। सबसे कठिन स्थिति पोक्रोवस्क शहर में है। उन्होंने कहा कि इन संघर्षों में रूसी सेना ने बड़ी संख्या में अपने सैनिक खोए हैं। एक यूक्रेनी अधिकारी ने कहा कि रूसी सेना ने इस शहर पर कब्जा करने की पूरी कोशिश की। यहां कई सैनिक मारे गए लेकिन वे इस पर कब्जा नहीं कर पाए। फिलहाल रूसी सैनिकों ने इस शहर के लिए सीधी लड़ाई छोड़ दी है और पीछे से सप्लाई लाइन काटने की कोशिश कर रहे हैं, जहां उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है।